
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सावरकर पर बयान देकर विवाद का नया मोर्चा खोल दिया है. सावरकर को भारत रत्न देने की वकालत करने वाली महाराष्ट्र सरकार में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना ने राहुल की टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर की है. वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार हमलावर है. सावरकर पर जारी संग्राम के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता छगन भुजबल ने राहुल गांधी का समर्थन किया है. छगन भुजबल ने कहा कि सावरकर के बारे में राहुल के अपने विचार हैं. सावरकर ने कहा था कि गाय हमारी माता नहीं है, लेकिन बीजेपी कहती है कि गाय हमारी माता है. सावरकर की सोच भी ज्ञानवादी थी लेकिन क्या बीजेपी इसे स्वीकार कर सकती है?
बता दें, महाराष्ट्र चुनाव के बाद एक बार फिर सावरकर का मुद्दा उठ खड़ा हुआ है. दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली में राहुल गांधी ने जब कहा कि "मैं सावरकर नहीं कि माफी मांग लूं." तब बीजेपी ने भी पलटवार किया. बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने पलटवार करते हुए अपने एक ट्वीट में कहा, "नेहरू-गांधी परिवार की पांच पीढ़ियां भी उनकी (सावरकर) विरासत की बराबरी नहीं कर सकतीं."
दरअसल, गुरुवार को झारखंड की एक रैली में राहुल गांधी ने देश में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को लेकर कहा था कि "नरेंद्र मोदी ने कहा था-मेक इन इंडिया..अब आब जहां भी देखो, मेक इन इंडिया ..रेप इन इंडिया है." राहुल के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने शुक्रवार को लोकसभा में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि अपने बयान के लिए राहुल माफी मांगें.
इसी मामले में आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि वे कई जन्म ले लें तब भी सावरकर नहीं हो सकते. इंद्रेश कुमार ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को महात्मा गांधी का उपनाम लगाकर महात्मा गांधी का अपमान नहीं करना चाहिए.