Advertisement

केपी ओली के विरोध में हिंदू सेना ने नेपाल दूतावास के बाहर लगाए पोस्टर

हिंदू सेना द्वारा लगाए गए पोस्टर में केपी ओली की तस्वीर भी साफ देखी जा सकती है. पोस्टर पर लिखा है, भारतीय-नेपाली सदियों से भाई-भाई हैं. चीनी हसीना के प्यार में घायल ओली बने भारत के दुश्मन.

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 18 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 1:14 PM IST

  • नेपाल दूतावास के गेट नंबर 2 पर ओली के विरोध में पोस्टर लगाए
  • पोस्टर में बताया गया है कि भारत और नेपाल सदियों से दोस्त हैं

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली की भारत-विरोधी गतिविधियों का पूरे देश में विरोध हो रहा है. केपी ओली ने भगवान राम को भी नेपाली बता दिया था. अब ये मामला और गरमा गया है. हिंदू सेना ने ओली के बयान का खुलकर विरोध किया है. हिंदू ने बाराखंभा रोड स्थित नेपाल दूतावास के गेट नंबर 2 पर ओली के विरोध में पोस्टर लगाए हैं.

Advertisement

हिंदू सेना द्वारा लगाए गए पोस्टर में केपी ओली की तस्वीर भी साफ देखी जा सकती है. पोस्टर पर लिखा है, 'भारतीय-नेपाली सदियों से भाई-भाई हैं. चीनी हसीना के प्यार में घायल ओली बने भारत के दुश्मन.'

विधायकों की खरीद-फरोख्त का मामला ACB पहुंचा, FIR में भंवरलाल नामजद

विश्व हिंदू परिषद ने भी किया था विरोध

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत पर सांस्कृतिक अतिक्रमण का आरोप लगाया था. ओली ने दावा किया था कि भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या भारत के उत्तर प्रदेश में नहीं बल्कि नेपाल के वाल्मीकि आश्रम के पास है. हम लोग आज तक इस भ्रम में हैं कि सीताजी का विवाह जिस भगवान श्रीराम से हुआ है, वो भारतीय हैं. भगवान श्रीराम भारतीय नहीं बल्कि नेपाल के हैं.

राजनाथ बोले- चीन से बातचीत जारी, कहां तक मामला हल होगा इसकी गारंटी नहीं

Advertisement

केपी ओली के इस बयान के बाद भारत में कई हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया था. विश्व हिंदू परिषद ने भी ओली के बयान का विरोध किया था. वीएचपी ने कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा था, 'श्री राम जन्मभूमि के संबंध में धर्म-ग्रंथों, परंपरा, जनश्रुति और इतिहास में एकमत से वर्णन है कि वर्तमान अयोध्या ही भगवान श्री राम की जन्मभूमि है और इस संबंध में कहीं कोई भी दूसरा मत कभी व्यक्त नहीं किया गया. हर वर्ष श्री राम की बारात अयोध्या से नेपाल के जनकपुरी में जाती है. इस संबंध में भ्रम फैलाना संभव ही नहीं है.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement