
मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय स्मृति ईरानी से छीन कर प्रकाश जावड़ेकर को दे दिया गया. इसे जावड़ेकर का प्रमोशन माना जा रहा है. बुधवार को प्रकाश जावड़ेकर ने स्मृति ईरानी से मुलाकात की और उसके बाद बताया कि तमाम मुद्दों पर बातचीत हुई. उन्होंने इससे पहले 'आज तक' से हुई खास बातचीत में भी बताया कि नई भूमिका को लेकर उनके क्या प्लान हैं. पेश हैं उनसे हुई बातचीत के अंश.
सवाल- एनवायरनमेंट मिनिस्ट्री से एचआरडी मंत्रालय... क्या देखते हैं आगे बढ़ेंगे?
प्रकाश जावड़ेकर- प्रधानमंत्री जी जो भी काम देते हैं उसमें मन लगाकर 24 घंटे काम करना ही हमारा मकसद है. स्मृति ईरानी जी ने भी कई अच्छी पहल की. इसलिए उनसे सलाह लेकर काम करूंगा. और भी कई लोगों से चर्चा करूंगा क्योंकि शिक्षा विभाग ऐसा विभाग है जो हर किसी के मन को छूता है. हर गरीब मां अपने बेटे-बेटी की अच्छी पढ़ाई का सोचती है. अच्छी शिक्षा सबको कैसे मिले यह हमारा मकसद है.
सवाल - 92 साल की आप की मां है जो आप की पहली टीचर रही हैं?
प्रकाश जावड़ेकर- मेरी मां टीचर रही हैं. आज भी उनके साथ बैठता हूं तो आनंद आता है. बड़ी बात यह है कि मैं जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में था उसका हिस्सा था. एबीवीपी में काम किया और उसके बाद 12 साल तक यूनिवर्सिटी सी नेट में था. शिक्षा के बारे में हमारा अनुभव है. मुरली मनोहर जोशी जी, जो हमारे शिक्षा मंत्री थे उनसे भी बात करूंगा फिर एक एजेंडा तय किया जाएगा.
सवाल- क्या-क्या चुनौतियां देखते हैं मानव संसाधन विकास मंत्रालय में?
प्रकाश जावड़ेकर- आखिर शिक्षा का मकसद क्या है? कि आदमी को रोजगार मिलना चाहिए, लेकिन संबल भी मिलना चाहिए जीने का. इसलिए क्वालिटी ऑफ एजुकेशन सरकार की हमेशा प्राथमिकता रही है.
सवाल- पहली प्राथमिकता क्या रहेगी?
प्रकाश जावड़ेकर- मैं अधिकारियों से बातचीत करूंगा. एक सप्ताह के बाद बात करूंगा. तभी मैं किसी पॉलिसी पर बयान दूंगा. यही कहूंगा कि जो प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया है निश्चित तौर पर उस पर खरे उतरेंगे. हमने 2 साल में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन में चेहरा बदल दिया. यही मोदी सरकार का काम है कि देश का बिजनेस जैसे चलता था, वैसा नहीं चलेगा. कुछ अच्छा होगा.
सवाल- स्मृति ईरानी से बात करेंगे. जहां उन्होंने छोड़ा, उसे आगे लेकर कैसे जाएंगे?
प्रकाश जावड़ेकर- रिव्यू लेने के बाद ही बताऊंगा. मंत्रालय का चार्ज तो गुरुवार को लूंगा. उसके बाद ही बताऊंगा.
सवाल- HRD दो साल विवादों का मंत्रालय भी रहा उससे कैसे निपटेंगे?
प्रकाश जावड़ेकर- मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करता. हर चीज कोई खबर की चीज नहीं होती है काम की चीज होती है वो हम करके दिखाएंगे.
सवाल- भगवाकरण का भी आरोप लगा कि एचआरडी मंत्रालय को संघ चला रहा है. इस सब से निपटना कितनी बड़ी चुनौती होगी?
प्रकाश जावड़ेकर- आप देखते रहिए. हम सबको साथ लेकर काम करेंगे.