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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर में छापेमारी की. एनआईए की टीम ने पांच जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, 4 सिम कार्ड, 1 मेमोरी कॉर्ड और पेन-ड्राइव जब्त किए गए. एनआईए ने कहा कि छापेमारी आईएसआईएस केरल, तमिलनाडु मॉड्यूल मामले के आधार पर की गई. मई महीने में भी कोयंबटूर में 6 लोगों को हिरासत में लिया गया था.
एनआईए के मुताबिक छापेमारी में संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए गए. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कोयंबटूर में उक्कदम, बिलाल नगर, करुम्बुकदाई समेत पांच जगहों पर छापेमारी की.
टीम ने उमर फारूक, सनाबर अली, समीना मुबीन, मुहम्मद यासिर, सदम हुसैन के आवासों पर छापे मारे हैं. जून महीने में एनआईए ने मोहम्मद अजरुद्दीन नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था. यह शख्स कथित तौर पर तमिलनाडु आईएसआईएस मॉड्यूल का सरगना है. अजरुद्दीन जहरान हाशिम का फेसबुक फ्रेंड बताया जाता है जो श्रीलंका धमाके का आरोपी है.
श्रीलंका धमाके से जुड़ी है छापेमारी
कोयंबटूर में छापेमारी श्रीलंका धमाके से जुड़ी है. अजरुद्दीन और शेख हिदायतुल्ला पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं. इस साल 30 मई को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी. हालांकि एनआईए ने साफ कर दिया कि छापेमारी कोयंबटूर में आतंकियों के घुसने और उस पर कार्रवाई से नहीं जुड़ी है.
श्रीलंका में हमले के बाद भारत और श्रीलंका ने 5 संदिग्धों के फोन नंबर शेयर किए थे. इन संदिग्धों का संबंध आतंकी संगठन आईएस से भी बताया गया था. भारत ने कुछ ऐसे लोगों के नंबर भी शेयर किए थे जो श्रीलंका के दो फिदायीनों के परिवार से संपर्क में थे. एनआईए की टीम आईएस के इन संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए श्रीलंका गई थी.
एक तमिल बोलने वाले कट्टर मौलवी जेहरान हाशिम पर श्रीलंका में ईस्टर रविवार के दिन हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. वह दक्षिण भारत में इस्लामिक स्टेट से जुड़े कुछ संदिग्ध लोगों से बीते तीन साल से संपर्क में था और एक आईएस मॉड्यूल बनाने में मदद कर रहा था.
आरोप है कि हाशिम ने सोशल मीडिया के जरिए केरल और तमिलनाडु में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ने की इच्छा रखने वाले लोगों से संपर्क किया.