
निकाह हलाला, बहुविवाह, मिस्यार जैसी इस्लामिक प्रथाओं के खिलाफ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. ये भी साफ हो गया कि केंद्र सरकार इस प्रथा का विरोध करेगी.
निकाह हलाला और बहुविवाह को कानूनी रूप से समाप्त करने वाली याचिका दायर करने वाली पीड़ित समीना बेगम ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई है. समीना बेगम ने अदालत से कहा है कि कुछ बौखलाए लोग मेरे घर पर हमले कर रहे हैं. लिहाजा जल्द सुनवाई की जाए. इस पर अदालत ने कहा सुनवाई जरूर करेंगे. अब सुनवाई की अगली तारीख कोर्ट की रोजाना की कार्यसूची से ही पता चलेगी. इस मामले में केंद्र सरकार जल्द ही जवाब दाखिल करेगी.
बता दें कि उनका पहला विवाह एक पत्रकार से 1999 में हुआ. पति ने दो बच्चे होने के बाद किसी और की मोहब्बत में पड़कर तलाक दे दिया. उनकी 2012 में दूसरी शादी हुई तो वो भी पत्रकार से. लेकिन एक बेटा होने के बाद पता चला कि पहली वाली पत्नी भी है. ज़्यादा पूछताछ टोकाटाकी हुई तो फिर तलाक दे दिया.
इसके बाद समीना बेगम ने जब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो मजहब के ठेकेदार घर पहुंच कर हमलावर हो गए. लोगों ने कनपटी पर तमंचा रख कपड़े फाड़ दिए. इतना ही नहीं बलात्कार और जला कर मार डालने पर भी आमादा हो गए. हालांकि शोर शराबा हुआ तो उन्होंने धमकाया कि आरएसएस की इस एजेंट को और इस्लाम की इस दुश्मन को सबक सिखाया जाय.
फिलहाल, बहु विवाह और निकाह हलाला को असंवैधानिक घोषित करने की मांग करने वाली याचिकाकर्ता मुस्लिम महिला समीना बेगम ने अपनी लंबित याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की. सुप्रीम कोर्ट ने हालांकि मामले की सुनवाई के लिए कोई तारीख तय नहीं की है. कोर्ट ने कहा कि 'हम देखेंगे'. उम्मीद है कि जुलाई मध्य में इस मामले पर सुनवाई हो.