
नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के किए फर्जीवाड़े अब एक-एक कर सामने आ रहे हैं. इन दोनों के काम से न केवल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) को नुकसान पहुंचा है, बल्कि दो दर्जन कंपनियां और कई बिजनेसमैन ने भी दिवालिए होने की शिकायत की है.
अब तक कम से कम 24 कंपनियों और 18 बिजनेसमैन ने इन दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है. इन कंपनियों या व्यापारियों ने 2013 से 2017 के बीच इनके ज्वैलरी ब्रांड की फ्रेंचाइजी ली थी. अब इन्होंने मोदी-चोकसी की धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की वजह से वित्तीय दिवालियेपन की आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है.
इन कंपनियों और व्यापारियों ने चोकसी की गीतांजलि ज्वैलरी गिली के फ्रेंचाइजी शोरूम दिल्ली, आगरा, मेरठ, बेंगलुरु, मैसूर, करनाल और गुजरात और राजस्थान के कई शहरों में खोले थे. इन मामलों में आपराधिक धोखाधड़ी, फर्जीवाड़े और समझौता तोड़ने का केस दर्ज किया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इन मामलों में चोकसी की फर्म ने अलग-अलग कंपनियों और व्यापारियों से 3 करोड़ से लेकर 20 करोड़ रुपये तक लिए, पर उन्हें हीरे और दूसरे गहने नहीं भेजे.
चोकसी की कंपनी और इन फ्रेंचाइजी के बीच तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट हुआ था. इसके तहत उसे फ्रेंचाइजी को ज्वैलरी शोरूम के किराये के अलावा हर साल सिक्योरिटी डिपॉजिट पर 12 फीसदी फिक्स मिनिमम गारंटी कमीशन (MGC) देना था. कई फ्रेंचाइजी ने कहा है कि चोकसी ने स्टॉक खाली होने पर उसे फिर से नहीं भरा, गहने नहीं भेजे, भेजे तो मार्केट रेट से कम कीमत के भेजे या फिर शोरूम का किराया अदा नहीं किया.
एक एफआईआर में शिकायत है कि कंपनी की ओर से काफी कम कीमत के गहने भेजे गए थे. फ्रेंचाइजी में इन गहनों की कीमत मार्केट रेट के कम से कम तीन-चार गुना ज्यादा थी. इस मामले में कर्नाटक में 2015 में तीन एफआईआर दर्ज हुईं. एक फ्रेंचाइजी मैसूर के अमित कुमार के नाम थी. उन्हें गीतांजलि ज्वैलर्स की ओर से दिया गया 1.7 करोड़ का चेक बाउंस हो गया. दूसरी शिकायत हरि प्रसाद की है, जिन्हें अपने गीतांजलि शोरूम के लिए 5 करोड़ रुपये का किराया नहीं मिला.
जानकारी के मुताबिक कई मामलों में कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही एफआईआर दर्ज हो सकी. यह भी पता चला है कि चोकसी ने कई मामलों में एफआईआर रद्द कराने की कोशिश की थी.
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक चोकसी की कंपनियों के टैक्स देने से पहले और बाद की देनदारी, निवेश और फायदे का आकलन किया जा रहा है. वहीं, ED ने अब तक PNB महाघोटाला सामने आने के बाद से नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की कंपनियों के 5674 करोड़ रुपये के हीरे, सोने के जेवर और बेशकीमती रत्न जब्त किए हैं.
आयकर विभाग ने कर चोरी की जांच के सिलसिले में गीतांजलि जेम्स, इसके प्रमोटर मेहुल चोकसी और अन्य के नौ बैंक खातों से लेन-देन पर शनिवार को रोक लगा दी थी. साथ ही नीरव मोदी, उनके परिवार के सदस्यों और उनके स्वामित्व वाले फर्मों की 29 संपत्तियां कुर्क कर 105 बैंक खातों से लेन-देन पर रोक लगा दी गई है.