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एनआरसी के खिलाफ कोलकाता में 12 सितंबर को मार्च निकालेंगी ममता बनर्जी

राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) की लिस्ट आने के बाद ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. इस लिस्ट में करीब 19 लाख लोगों का नाम नहीं है. ऐसे में लोगों के सामने संकट है कि वह क्या करें. इस बीच एनआरसी लिस्ट को लेकर सियासत शुरू हो गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है. ममता 12 सितंबर को कोलकाता में मार्च निकालेंगी.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो-IANS) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो-IANS)
aajtak.in
  • कोलकाता,
  • 02 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 3:47 PM IST

  • ममता बनर्जी पहले ही एनआरसी को लेकर जाहिर कर चुकी हैं कड़ी प्रतिक्रिया
  • कहा-सभी वास्तविक भारतीय भाइयों और बहनों के साथ न्याय होना चाहिए

राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) की लिस्ट आने के बाद ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. इस लिस्ट में करीब 19 लाख लोगों का नाम नहीं है. ऐसे में लोगों के सामने संकट है कि वह क्या करें.

इस बीच, एनआरसी लिस्ट को लेकर सियासत शुरू हो गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है. ममता 12 सितंबर को कोलकाता में मार्च निकालेंगी.

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ममता बनर्जी ने असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) से करीब 19 लाख लोगों को बाहर किए जाने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर कर चुकी हैं. उन्होंने रविवार को कहा कि पहले मुझे एनआरसी की नाकामी की जानकारी नहीं थी. जैसे जैसे जानकारी आ रही है हम यह देखकर हैरान है कि एक लाख से अधिक गोरखा लोगों को इस सूची से बाहर कर दिया गया है. सीआरपीएफ और अन्य जवानों सहित हजारों असली भारतीयों के नामों को एनआरसी से बाहर रखा गया है.

ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी की सूची से बाहर रखे जाने वालों में पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के परिवार के सदस्यों भी शामिल हैं. ममता ने कहा कि सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि असली भारतीयों को इससे बाहर नहीं किया जाना चाहिए. हमारे सभी वास्तविक भारतीय भाइयों और बहनों के साथ न्याय होना चाहिए.

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