
राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत ना होने के बावजूद तीन तलाक बिल पास हो गया. ऊपरी सदन में सरकार को मिली इस कामयाबी से कमजोर विपक्ष की कलई खुल गई. लेकिन अब विपक्ष ने सरकार पर तीन तलाक बिल को धोखे से पास कराने का आरोप लगाया है. बुधवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने अन्य नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने आरोप लगाया कि बिल पेश होने के बारे में विपक्ष को नहीं पता था, सरकार ने अचानक ही सदन में बिल पेश कर दिया.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि तीन तलाक बिल पर सरकार को हमारा रुख पता था, विपक्ष में इसको लेकर एक सहमति बनने भी लगी थी. लेकिन सरकार ने बिना सूचित किए बिल को पेश कर दिया, इसी वजह से हम अपने सांसदों को सूचना नहीं दे पाए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने बिल को बिजनेस लिस्ट में डाल दिया, इसी के बाद हमें पता लगा कि तीन तलाक बिल आ रहा है. बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी कर दिया और विपक्ष को कुछ मालूम ही नहीं था. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों को सुबह ही इस बारे में पता लगा, जिसका फायदा बीजेपी को हुआ. लेकिन संसद इस तरह काम नहीं करती है.
गुलाम नबी आजाद के साथ टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन, आनंद शर्मा समेत विपक्ष के अन्य नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे. डेरेक ओ ब्रायन ने भी कहा कि तीन तलाक बिल के मामले में सरकार की ओर से विपक्ष को धोखा दिया गया है. अचानक इस तरह बिल का पेश करना गलत है. उन्होंने कहा कि हम कानून बना रहे हैं या फिर पिज्जा डिलिवर कर रहे हैं.
विपक्षी पार्टियों का दावा है कि उनके बीच इस बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेजने की बात पर सहमति बन रही थी, लेकिन सरकार ने जिस तरह इस बिल को पेश किया है उससे वो नहीं हो सका. बता दें कि मंगलवार को राज्यसभा में ये ऐतिहासिक बिल पास हुआ. बिल के पक्ष में 99 और विपक्ष में 84 वोट पड़े थे.