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कश्मीर की शांति को अफगानी आतंकियों से खतरा, PAK लॉन्चपैड पर 300 आतंकी मौजूद

जम्मू कश्मीर की शांति को सबसे बड़ा खतरा अफगानी आतंकियों से है. BSF सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में 300 से अधिक आतंकी पाकिस्तान में लॉन्चपैड पर तैनात हैं.

बॉर्डर पर बड़ी घुसपैठ की फिराक में आतंकी (फाइल फोटो) बॉर्डर पर बड़ी घुसपैठ की फिराक में आतंकी (फाइल फोटो)
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 3:31 PM IST

  • कश्मीर में बड़ी घुसपैठ की तैयारी में PAK
  • अफगानी आतंकियों को भेज सकता है PoK
  • 300 से अधिक आतंकियों की ट्रेनिंग जारी

पाकिस्तान लगातार अपने नापाक इरादों के जरिए भारत में आतंक फैलाने की कोशिश करता है. कश्मीर घाटी में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI एक बार फिर खतरनाक चाल चलने में जुटी हुई है. आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, 3 दर्जन से ज्यादा लॉन्चिंग पैड को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और आर्मी ने इस वक्त सक्रिय कर दिया है. यहां पर 300 से ज्यादा आतंकवादी लाए गए हैं जिनकी घुसपैठ कराई जा सकती है.

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पाकिस्तान ने इंटरनेशनल बॉर्डर और LoC के उसपार भारी संख्या में अफगानी और तालिबानी आतंकियों का लॉन्च पैड तैयार किया है. भारतीय खुफिया एजेंसी को कुछ इनपुट मिले हैं, जिनमें ये आतंकी पश्तो भाषा में बात कर रहे हैं. यही नहीं इन आतंकवादियों को पाकिस्तान की आर्मी अपने कंक्रीट बंकर में भी रुकने दे रही है.

पाकिस्तान बर्फ पिघलने के बाद मार्च-अप्रैल के महीने में इन आतंकवादियों को भारी तादाद में कश्मीर घाटी में घुसपैठ करा सकता है. हाल ही में खुफिया एजेंसियों ने कुछ ऐसे तथ्य जुटाए थे, जिसमें ये पता चला था कि पाकिस्तान PoK में जैश के आतंकियों का ब्रेनवॉश कर रहा है.

इसके लिए जैश प्रमुख मसूद अजहर, उसके भाई अब्दुल रउफ के ऑडियो, वीडियो का इस्तेमाल किया जा रहा है. जैश-ए-मोहम्मद, पाक एजेंसी ISI की मदद से अफगानिस्तान में रह रहे तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों का इस्तेमाल कश्मीर घाटी में करने में कर सकता है.

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ISI की मदद से पीओके में मौजूद तेजिन ट्रेनिंग कैंप में तालिबान और जैश के आतंकियों को बम बनाने और IED प्लांट करने की ट्रेनिंग भी कुछ महीने पहले ISI ने दिलवाई थी. करीब 50 से ज्यादा ऐसे विस्फोटकों की ट्रेनिंग ले चुके तालिबानी और जैश के आतंकी PoK में मौजूद हैं.

गौरतलब है कि इस तरह के लॉन्चिंग पैड को एयर स्ट्राइक के बाद बंद कर दिया था. लेकिन अब एक बार फिर इन्हें शुरू करने की कोशिश की जा रही है. इन लॉन्चिंग पैड्स पर लश्कर, जैश, हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों के साथ-साथ तालिबानी और अफगानी आतंकियों के मूवमेंट को सुरक्षा एजेंसियों ने नोटिस किया है.

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