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अब तक जनवरी में 134 बार सीजफायर उल्लंघन कर चुका है PAK, तोड़ा 15 साल का रिकॉर्ड

बीते चार दिनों में कुल पाकिस्तान की ओर से पिछले चार दिन में इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी पर जम्मू के 5 जिलों, कठुआ, सांबा, पुंछ और राजौरी में हुई फायरिंग में अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है. जिनमें 6 नागरिक, 3 सेना के जवान और दो बीएसएफ जवान शामिल हैं.

फाइल फोटो फाइल फोटो
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 23 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 1:31 PM IST

भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर पिछले कुछ दिनों से लगातार सीजफायर उल्लंघन हो रहा है. दोनों तरफ से हो रही गोलीबारी में बॉर्डर पर काफी नुकसान हुआ है. आंकड़ों की मानें, तो हालिया दिनों में हुए सीजफायर उल्लंघन पिछले 15 साल में जनवरी माह में होने वाले उल्लंघन में सबसे ज्यादा है. इस साल 21 जनवरी तक पाकिस्तान 134 से भी ज्यादा बार सीजफायर तोड़ चुका है.

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बता दें कि 2017 में कुल 860, 2016 में 271 और 2015 में कुल 387 बार पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन किया जा चुका है. पाकिस्तान की ओर से अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और एलओसी पर लगातार गोलियां बरसा रहा है. मीडिया रिपोर्ट की मानें, इस दौरान 200 से ज्यादा आतंकी भी मारे गए. हालांकि जम्मू-कश्मीर में 61 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं.

बीते चार दिनों में कुल पाकिस्तान की ओर से पिछले चार दिन में इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी पर जम्मू के 5 जिलों, कठुआ, सांबा, पुंछ और राजौरी में हुई फायरिंग में अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है. जिनमें 6 नागरिक, 3 सेना के जवान और दो बीएसएफ जवान शामिल हैं.

मोर्टार गिरने से लोगों में दहशत

इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी पर पाकिस्तानी सैनिकों की शनिवार को लगातार तीसरे दिन की गोलाबारी में थल सेना के एक जवान सहित चार लोगों की मौत हो हुई जबकि 18 अन्य घायल हुए थे. लगातार गोलीबारी से सरहद पर दहशत का माहौल है. वहां बसे गांवों के लोग सुरक्षित जगहों पर जाने लगे हैं.

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गौरतलब है कि 2003 में भारत और पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर शांति कायम रखने के लिए सीजफायर घोषित किया और सीमा तय करने के लिए एक साथ काम करने पर राजी हुए थे. हालांकि लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान की ओर लगातार सीजफायर की घटना आती है.

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