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कश्मीर के सवाल पर अमेरिका की दो टूक- पहले आतंक खत्म करे पाकिस्तान, तब भारत से बात

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के अधिकारी ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत होने के लिए मुख्य बुनियाद ये है कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर मौजूद आतंकियों और चरमपंथियों के खिलाफ लगातार काम करता रहे, हम इसी की उम्मीद कर रहे हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फोटो-पीटीआई) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फोटो-पीटीआई)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 3:03 PM IST

  • ट्रंप के भारत दौरे से पहले PAK पर दवाब
  • 24 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे हैं ट्रंप

भारत दौरे से पहले ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ भारत बातचीत के लिए तैयार हो, इसलिए जरूरी है कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र में मौजूद आतंकी शक्तियों के खिलाफ सॉलिड एक्शन ले. बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में कम करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं.

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ट्रंप के दौरे से ठीक पहले व्हाइट हाउस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सफल वार्ता तभी संभव हो सकती है, जब पाकिस्तान अपनी जमीन पर मौजूद आतंकवादियों और चरमपंथियों के खिलाफ शिकंजा कसेगा.

क्या कश्मीर पर मध्यस्थता करेंगे ट्रंप

ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी से जब पूछा गया है कि क्या ट्रंप कश्मीर समस्या सुलझाने के लिए भारत पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से मध्यस्थता की पहल करेंगे तो उन्होंने कहा, " मैं समझता हूं कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने को लेकर आप राष्ट्रपति ट्रंप से जो सुनेंगे वो बेहद उत्साहवर्धक होगा, ट्रंप दोनों देशों के आपसी विवाद को खत्म करने के लिए दोनों देशों को बातचीत करने पर प्रोत्साहित कर रहे हैं.

अपनी जमीन पर मौजूद आतंकियों के खिलाफ काम करे पाक

बता दें कि ट्रंप और उनकी पत्नी मेलीनिया 12 सदस्यों के साथ 24 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे हैं. ट्रंप भारत के अहमदाबाद, आगरा और नई दिल्ली का दौरा करेंगे.

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ट्रंप प्रशासन के अधिकारी ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत होने के लिए मुख्य बुनियाद ये है कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर मौजूद आतंकियों और चरमपंथियों के खिलाफ लगातार काम करता रहे, हम इसी की उम्मीद कर रहे हैं.

LoC पर शांति रखें दोनों देश

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक व्हाइट हाउस ने कहा कि हमें लगता है कि राष्ट्रपति दोनों देशों से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर शांति और स्थिरता बनाए रखने और ऐसे कदमों या बयानों से परहेज करने का आग्रह करेंगे, जिससे इस क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है.

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अफगान शांति समझौते पर अमेरिका ने कहा कि यूएस भारत को इस बात के लिए प्रोत्साहित करेगा कि वो अफगान में शांति बहाली की कोशिश में जैसे भी संभव हो शामिल हो.

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