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पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब, नकवी बोले- गीदड़भभकी देना बंद करें इमरान

कश्मीर और परमाणु हमले पर पाक पीएम इमरान खान के बयान पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस तरह की गीदड़भभकी से उनको बाज आना चाहिए. पहले उन्हें अपने देश के हालात देखने चाहिए. आज पाकिस्तान को तय करना है कि उन्हें आतंकवादियों का साथ चाहिए या पूरे विश्व का साथ चाहिए.

मुख्तार अब्बास नकवी (फोटो- IANS) मुख्तार अब्बास नकवी (फोटो- IANS)
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 11:53 AM IST

  • नकवी ने कहा कि इस तरह की गीदड़भभकी से पाक को बाज आना चाहिए
  • केंद्रीय मंत्री नकवी बोले- पूरा विश्व आतंकवाद के खिलाफ है

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की धमकी पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी से उनको बाज आना चाहिए. दरअसल जम्मू और कश्मीर पर भारत के फैसले से पाकिस्तान बौखला गया था. पाकिस्तान इस मुद्दे को कई देशों के सामने उठा चुका है, लेकिन उसे निराशा के अलावा कुछ हाथ नहीं लगा.

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कश्मीर और परमाणु हमले पर पाक पीएम इमरान खान के बयान पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस तरह की गीदड़भभकी से उनको बाज आना चाहिए. पहले उन्हें अपने देश के हालात देखने चाहिए. आज पाकिस्तान को तय करना है कि उन्हें आतंकवादियों का साथ चाहिए या पूरे विश्व का साथ चाहिए.

नकवी ने कहा कि आज पूरा विश्व आतंकवाद और आतंकियों के सरक्षकों के खिलाफ है. इसलिए आज पाकिस्तान दुनिया में अलग हो गया है.

कश्मीर मसले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने के इमरान खान के बयान पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पाकिस्तान खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे जैसी बातें कर रहा है और वह ऐसी हरकतों से बाज आ जाए. ऐसी बातों से कोई फायदा नहीं है. बातें कोई सुनने वाला नहीं है कोई समझने वाला नहीं है. न हिंदुस्तान समझेगा, न दुनिया समझेगी. पाकिस्तान के इस तरह के बयानों पर हंसी आने से ज्यादा कुछ नहीं होता.

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विदेशी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी पीएम ने शिकायत करते हुए कहा था कि उन्होंने बार-बार बातचीत के लिए अनुरोध किया लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नजरअंदाज कर दिया. कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के मोदी सरकार के फैसले के बाद से ही पाकिस्तानी पीएम इमरान खान लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. अमेरिकी अखबार 'द न्यू यॉर्क टाइम्स' को दिए इंटरव्यू में इमरान ने कहा, "अब उनसे बात करने का कोई फायदा नहीं है. मैंने बातचीत करने की सारी कोशिशें कर लीं. दुर्भाग्य है कि अब जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो लगता है कि मेरी शांति और बातचीत की सारी कोशिशों को उन्होंने तुष्टीकरण के तौर पर लिया."

इमरान खान ने कहा था कि अब भारतीय अधिकारियों से बातचीत करने का कोई औचित्य नहीं रह गया है और अब तक किए गए सारे प्रयास बेकार साबित हुए हैं. इमरान ने कहा, अब इससे ज्यादा हम कुछ और नहीं कर सकते हैं.

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