
पनामा पेपर्स लीक मामले में दिल्ली इनवेस्टिगेशन डायरेक्टरेट ने व्यापक स्तर पर कार्रवाई की है. मंगलवार को डायरेक्टरेट ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, फरीदाबाद समेत अन्य इलाकों में 25 ठिकानों में तलाशी ली.
दिल्ली इनवेस्टिगेशन डायरेक्टरेट ने जिन ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया, वे तीन अलग-अलग समूह के लोगों के हैं. इसमें एक समूह मेटल ट्रेडिंग और फूड प्रोसेसिंग से जुड़ा है, जबकि दूसरा फाइनैन्सिंग और तीसरा टायर के कारोबार से जुड़ा है.
इस तलाशी अभियान के मामले में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं हो पाई है, लेकिन इतना साफ है कि डीआईर की इस कार्रवाई में पनामा पेपर्स लीक को लेकर कई खुलासा हो सकते हैं.
क्या है पनामा पेपर्स लीक मामला?
अप्रैल 2016 में पनामा की एक लॉ फर्म मोसेक फोंसेका ने कई कागजात लीक हुए थे, जिसमें कई नामी हस्तियों के नाम सामने आए थे. इस खबर ने दुनियाभर में हलचल मचा दी थी, क्योंकि जिन लोगों के नाम इसमें सामने आए थे, उन पर इस फर्म की मदद से टैक्स चोरी की बात सामने आई थी. इन नामों में अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन जैसे बॉलीवुड सितारों समेत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ तक का नाम सामने आया था.
दिग्गज नेताओं ने छिपाई बेशुमार दौलत
इन दस्तावेजों के लीक होने से पता चला है कि कई भारतीयों के अलावा रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के करीबियों, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक, सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद, पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो ने अपनी संपत्ति को छिपाने के लिए टैक्स हैवन की मदद ली.