
केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने 'पंचायत आजतक' के मंच से मोदी सरकार के चार साल की उपलब्धियों पर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कर्नाटक, मणिपुर और गोवा चुनाव पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि गोवा में कांग्रेस सरकार बनाने के समय सोई हुई थी. वहीं, मणिपुर में कांग्रेस सरकार में होने के बाद भी हारकर गई.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जनता ने 5-7 सीटें कम दी, लेकिन मेंडेट हमारे पास था. जनता ने हमें सबसे बड़ी पार्टी बनाया, लेकिन कांग्रेस ने सरकार बनाई. उन्होंने सरकारिया कमीशन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि नियमानुसार सरकार बनाने का सबसे पहला मौका प्री पोल गठबंधन को बुलाइए, उसके बाद सबसे बड़ी पार्टी को उनके अलायंस के साथ बुलाइए, इसके बाद पोस्ट पोल को बुलाइए. इतिहास में जाएंगे तो पाएंगे कि राष्ट्रपतियों ने सरकार बनाने के एक एक महीने का समय दिया था.
उन्होंने कहा, गोवा में कांग्रेस रातभर सोई थी. सरकारिया कमीशन के मुताबिक कांग्रेस को पहले क्लेम करना चाहिए था. मणिपुर में कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए आजतक क्लेम नहीं किया. बड़ा सवाल ये है कि क्या लोकतंत्र सिर्फ गणित का है, या लोकतंत्र जनादेश का भी होता है.
ये सवाल पूछने पर कि दो विधायकों में कैसे सरकार बन जाती है, प्रसाद ने कहा कि हम तो वहां सबसे छोटी पार्टी थे, सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस थी जिसने क्लेम तक नहीं किया, जिसके बाद दूसरे नंबर की पार्टी ने सरकार बनाई. कांग्रेस पार्टी के पास सरकार थी, उसने क्लेम नहीं किया और हार गई.
बता दें कि दोनों राज्यों के चुनाव में बहुमत के आंकड़े तक ना पहुंचने के बावजूद बीजेपी अपनी सरकार बनाने में कामयाब रही. गोवा में 40 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुआ था. बहुमत के लिए 21 सीटें जरूरी थीं. कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं. जबकि बीजेपी ने 13 सीटों पर जीत हासिल की थी. भाजपा ने एमजीपी और अन्य दलों के साथ राज्य में सरकार बना ली.
इसी तरह मणिपुर में भी बहुमत के लिए 31 सीटें चाहिए थीं. कांग्रेस ने 28 और बीजेपी ने 21 सीटें जीतीं थीं. लेकिन बीजेपी ने एनपीपी समेत अन्य दलों के साथ सरकार बना ली.
मोदी सरकार के कार्यकाल के चार साल पूरे होने पर आजतक ने पंचायत का आयोजन किया है. नई दिल्ली के होटल ताज पैलेस में दिनभर चलने वाली इस पंचायत में केंद्र सरकार के वरिष्ठतम मंत्रियों समेत विपक्ष के कई बड़े नेता मोदी सरकार के कामों का हिसाब दे रहे हैं.