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खट्टर के मंत्री बोले- 'स्वाभाविक था श्रद्धालुओं का गुस्सा, उनके पास हथियार नहीं था'

डेरा सच्चा सौदा चीफ गुरमीत राम रहीम को दोषी दिए जाने के बाद फ़ैली हिंसा को लेकर हरियाणा के मंत्री मनीष ग्रोवर ने विवादित बयान दिया है. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, हिंसा 'स्वाभाविक' था और 'स्वाभाविक गुस्से' की अभिव्यक्ति थी. 

हरियाणा के मंत्री मनीष ग्रोवर हरियाणा के मंत्री मनीष ग्रोवर
केशवानंद धर दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 4:12 PM IST

डेरा सच्चा सौदा चीफ गुरमीत राम रहीम को दोषी दिए जाने के बाद फ़ैली हिंसा को लेकर हरियाणा के मंत्री मनीष ग्रोवर ने विवादित बयान दिया है. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, हिंसा 'स्वाभाविक' था और 'स्वाभाविक गुस्से' की अभिव्यक्ति थी. 

द संडे एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा, 'जब यहां 50 हजार से एक लाख लोग जुटे हों और वो बाबाजी के श्रद्धालु हों, तब उनमें एक 'नेचुरल' गुस्सा आता है. वो गुस्सा आया. यह एक से दो घंटे रहा. हालांकि (बाद में) सरकार ने इसे नियंत्रित कर लिया'. ग्रोवर ने कहा, 'यह स्वाभाविक था'.

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खराब हालात के लिए मीडिया जिम्मेदार

ग्रोवर ने राज्य में खराब हालात के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, '25 अगस्त को फैसले की तारीख थी. यह राज्य की मीडिया के डिस्कशन का विषय था कि बाबाजी (राम रहीम) सुनवाई के लिए हाजिर होंगे या नहीं. पूरे देश में मीडिया के जरिए एक माहौल बनाया गया.' उन्होंने कहा, 'मीडिया पिछले 10 दिनों से यह खबर (बाबा की पेशी) चला रहा था. उनके (राम रहीम) अनुयायियों तक बात जा रही थी. बाबाजी पेश होंगे, बाबाजी पेश होंगे, बाबाजी पेश होंगे.'

श्रद्धालुओं के पास नहीं थे हथियार

ग्रोवर ने इन आरोपों को खारिज किया कि पंचकूला पहुंचे डेरा समर्थकों के पास हथियार थे. उन्होंने आरोप लगाया, 'पंचकूला में मीडिया की रिपोर्टिंग की वजह से बाबा के भक्त पहुंचे और जब पहुंचे तो उनकी संख्या बहुत ज्यादा थी.' बता दें कि सीबीआई की कोर्ट द्वारा राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद फ़ैली हिंसा में 37 लोगों की मौत हो गई थी. सबसे ज्यादा आगजनी और मौतें पंचकूला में हुई थी.

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कौन हैं ग्रोवर ?

मनीष ग्रोवर रोहतक से बीजेपी के विधायक हैं. वो मनोहर लाल खट्टर की कैबिनेट में राज्य मंत्री हैं . उनके पास कई पोर्टफोलियो हैं जिनमें सहकारिता भी शामिल है. मनीष ग्रोवर ने सरकारी फंड से डेरा सच्चा सौदा डोनेशन दे चुके हैं. उन्होंने खेल लीग के लिए 11 लाख रुपये डोनेट किया था.

 

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