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संसद में 'ऑपरेशन पत्थरबाज' की चर्चा, राजनाथ बोले- कड़ाई से निपटेंंगे

कश्मीर में लगातार सेना और स्थानीय लोगों के बीच होती पत्थरबाजी के मुद्दे पर आज तक के द्वारा किया गया ऑपरेशन पत्थरबाज का मुद्दा शुक्रवार को संसद में उठेगा. समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने इसको लेकर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है.

संसद में उठेगा ऑपरेशन पत्थरबाज का मुद्दा संसद में उठेगा ऑपरेशन पत्थरबाज का मुद्दा
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 31 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 1:16 PM IST

कश्मीर में लगातार सेना और स्थानीय लोगों के बीच होती पत्थरबाजी के मुद्दे पर आज तक के द्वारा किया गया ऑपरेशन पत्थरबाज का मुद्दा शुक्रवार को संसद में उठेगा. समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने इसको लेकर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है. इस मामले पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, 'पत्थरबाजों से कड़ाई से निपटेंगे. पाकिस्तान ग्रुप के इशारे पर हो रही है पत्थरबाजी.’

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आज तक ने किया था खुलासा
गौरतलब है कि हाल ही में आज तक के खुफिया कैमरे पर भाड़े के इन पत्थरबाजों ने कबूल किया कि पैसे लेकर वो कश्मीर में कहीं भी पत्थर या पेट्रोल बम फेंक सकते हैं. पत्थर फेंकने के बदले इन्हें पैसे, कपड़े और जूते मिलते हैं. ऐसे ही पत्थरबाजों की मिलीभगत से पिछले साल बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद तीन महीने तक पूरा कश्मीर सुलगता रहा था.

EXCLUSIVE: कश्मीर में कहीं भी पत्थर फेंकने को तैयार पत्थरबाज, कमाते हैं 5-7 हजार

आज तक की तफ्तीश में ऐसे राज से परदा उठा है, जो हैरान कर देता है. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम पैसे लेकर पत्थर फेंकने वालों तक पहुंची और खुफिया कैमरे के सामने इन पत्थरबाजों ने खुद ही अपने राज एक-एक कर खोल दिए. पैसे लेकर पत्थरबाजी करने वाले ये वो कश्मीरी हैं, जो आम लोगों की भीड़ में चुपचाप शामिल हो जाते हैं और इनके निशाने पर होती है भारतीय फोर्स.

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पत्थरबाज जाकिर अहमद भट ने बताया कि पत्थरबाजी के लिए उसे 5 , 6 , 7 हजार रुपये महीना तक मिलता है, साथ ही जूते कपड़े अलग से. पत्थर सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस, विधायकों पर फेंके जाते हैं. बीच-बीच में पेट्रोल बम लगाने के अलग से 500 से 700 तक रुपये मिलते हैं. बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद हुई पत्थरबाजी में जाकिर भी शामिल था और उसने लगातार पत्थऱबाजी की थी.

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