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नागरिकता बिल पर सरकार का साथ नहीं देगी शिवसेना, अमित शाह से पूछे सवाल

सदन में बिल पर बहस के दौरान शिवसेना सांसद विनायक राउत ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के कितने रिफ्यूजी भारत में रह रहे हैं इसकी जानकारी बिल में नहीं है. गृह मंत्री ने इसका भी जवाब नहीं दिया कि जब उन्हें नागरिकता मिल जाएगी तो हमारी जनसंख्या कितनी हो जाएगी.

उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो) उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 09 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 8:49 PM IST

  • बिल पर वोटिंग के दौरान वॉकआउट करेगी शिवसेना
  • बिल पेश होने पर किया था सरकार का समर्थन

नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पूर्व सहयोगी शिवसेना मोदी सरकार का साथ नहीं देगी. लोकसभा में बिल पर वोटिंग के दौरान शिवसेना के सांसद वॉकआउट करेंगे. राष्ट्रवाद पर खुलकर अपनी राय रखने वाली शिवसेना गृह मंत्री अमित शाह के कुछ जवाबों से संतुष्ट नहीं है. पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि लोकसभा में जब बिल पेश हुआ तो हमने समर्थन किया, लेकिन वोटिंग के दौरान हम वॉकआउट करेंगे.ऐसे में पार्टी का यह रुख उसकी विचारधारा से उलट है.

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इस पहले सदन में बिल पर बहस के दौरान शिवसेना सांसद विनायक राउत ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के कितने रिफ्यूजी भारत में रह रहे हैं, इसकी जानकारी बिल में नहीं है. गृह मंत्री ने इसका भी जवाब नहीं दिया कि जब उन्हें नागरिकता मिल जाएगी तो हमारी जनसंख्या कितनी हो जाएगी. श्रीलंका के तमिलों का क्या होगा.

विनायक राउत ने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में लोगों के उत्पीड़न की बात समझ में आती है, लेकिन अफगानिस्तान से इसका संबंध है यह बात समझ में नहीं आई. शिवसेना ने कहा कि इस विधेयक में श्रीलंका को भी शामिल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि इस बिल से अफगानिस्तान को हटाकर श्रीलंका को शामिल किया जाए तो बेहतर होगा.

बता दें कि शिवसेना और बीजेपी का 30 साल पुराना सियासी रिश्ता भले ही टूट गया हो, लेकिन अभी भी कुछ मुद्दे ऐसे हैं  जिसपर उद्धव ठाकरे की पार्टी अपने पुराने दोस्त के साथ खड़ी दिखाई देती है. शिवसेना वोटिंग के दौरान भले ही वॉकआउट करेगी, लेकिन इससे पहले बिल पेश होने का उसने समर्थन किया था.

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