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हंगामे की भेंट चढ़ा सत्र का छठवां दिन, महाराष्ट्र पर संग्राम से संसद ठप

पहले लोकसभा की कार्यवाही को 12 बजे फिर दो बजे और आखिरकार अंत में उसे मंगलवार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. इसी तरह भारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही भी कल दोपहर 2 बजे तक  के लिए स्थगित कर दी गई. ऐसे में अगर देखा जाए तो सोमवार को संसद की कार्यवाही बमुश्किल कुछ मिनट ही चल सकी.

राज्यसभा की कार्यवाही (फोटो साभार: राज्यसभा टीवी) राज्यसभा की कार्यवाही (फोटो साभार: राज्यसभा टीवी)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 5:52 PM IST

  • लोकसभा में महाराष्ट्र के मुद्दे पर बवाल
  • कांग्रेस सांसदों ने वेल में आकर लहराए बैनर
  • मार्शल ने कांग्रेस सांसदों को बाहर निकाला
  • स्पीकर ने दो कांग्रेसी सांसदों को किया सस्पेंड

संसद के शीतकालीन सत्र का छठवां दिन पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ गया. तय समय के मुताबिक जैसे सोमवार सुबह 11 बजे लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई. दोनों ही सदनों में कांग्रेस के सांसदों ने सरकार के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी.

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सदन की कार्यवाही में व्यवधान होने की वजह से लोकसभा की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई. पहले लोकसभा की कार्यवाही को 12 बजे फिर दो बजे और आखिरकार अंत में उसे मंगलवार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. इसी तरह भारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही भी कल दोपहर 2 बजे तक  के लिए स्थगित कर दी गई. ऐसे में अगर देखा जाए तो सोमवार को संसद की कार्यवाही बमुश्किल कुछ मिनट ही चल सकी.

कांग्रेस के 2 लोकसभा सांसद सस्पेंड

लोकसभा में आज हुए भारी हंगामे और आसन के अनादर की वजह से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस के दो सांसदों टीएन प्रथापन और हिबी एडेन को निलंबित कर दिया है.

हंगामे से स्पीकर ओम बिड़ला नाराज

लोकसभा में महाराष्ट्र के मुद्दे को हुए हंगामे की वजह से स्पीकर ओम बिड़ला काफी नाराज हैं. जानकारी के मुताबिक स्पीकर से मिलने पहुंचे कांग्रेस सांसदों से उन्होंने स्पष्ट कहा है कि सदन में ऐसे नहीं चलेगा. दरअसल, कांग्रेस सांसदों ने स्पीकर से कहा था कि सदन में पहले भी पोस्टर बैनर दिखाए गए. इस पर स्पीकर ने कहा जो भी हुआ हो, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

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महाराष्ट्र को लेकर संसद में कांग्रेस हुई आक्रामक

महाराष्ट्र के मुद्दे को लेकर कल संविधान दिवस के मौके पर सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच कांग्रेस संसद परिसर में मौजूद अंबेडकर मूर्ति के नीचे विरोध प्रदर्शन करेगी. इसके साथ ही कांग्रेस मंगलवार को संसद के सेंट्रल हॉल में होने वाले संविधान दिवस के आयोजन का बहिष्कार भी करेगी. गौरतलब है कि यह संयुक्त सत्र संविधान के 70 वर्ष अंगीकृत दिवस के लिए बुलाया गया है. जिसमें देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी शामिल होना है.

सोमवार को यूं बढ़ा लोकसभा में बवाल

लोकसभा में प्रश्नकाल के शुरू होने के साथ ही कांग्रेस के सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी थी. कांग्रेस के सदस्य लगातार 'संविधान की हत्या बंद करो... बंद करो' के नारे लगा रहे थे. इसी बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी को प्रश्न पूछने के लिए आमंत्रित किया. लेकिन राहुल गांधी ने सदन में महाराष्ट्र का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मैं आज यहां सवाल पूछने आया था. लेकिन सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है. इसलिए मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है.

राहुल गांधी के इतना कहते ही कांग्रेस के सांसदों का विरोध तीव्र हो गया. कुछ सदस्य वेल में बैनर लेकर घुस गए और आसन के सामने बैनर लहराने लगे. इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने बार-बार कांग्रेस सांसदों को बैनर नीचे करने की चेतावनी दी. लेकिन कांग्रेस सांसद नहीं माने.

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अंत में स्पीकर ने दिया कांग्रेस सांसदों को बाहर करने का आदेश

हंगामा थमता ना देख लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला अपने आसन से खड़े हो गए और कहा कि अंतिम बार चेतावनी दे रहा हूं कि अपने पैंफ्लेट नीचे कर लें. स्पीकर ने बाद में हंगामा कर रहे सदस्यों को सदन से बाहर निकालने की धमकी दी. फिर भी जब कांग्रेस सांसद शांत नहीं हुए तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नाम लेते हुए कहा कि हिबी एडेन और प्रथापन अपने बैनर को नीचे कर दें.

आखिरकार बार-बार समझाने के बाद भी जब कांग्रेस सांसदों के न मानने पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि 373 के अंतर्गत 1 मिनट में हिबी एडेन और प्रतापन अपने बैनर नीचे कर दें. ऐसा ना करने पर उन्होंने सांसदों को बाहर निकालने का आदेश दिया और कहा कि इनको सदन से बाहर निकाला जाए. इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

राज्यसभा में भी हुआ हंगामा

राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे शुरू हुई. सभापति वेंकैया नायडू ने जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू की कांग्रेस के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी. सबसे पहले प्रह्लाद जोशी और किरण रिजिजू, जनरल वीके सिंह, अमी याज्ञिक इत्यादि ने सभा पटल पर रखे जाने वाले पत्र पेश किए. इसके बाद सभापति ने बेनी प्रसाद वर्मा के अनुपस्थिति को लेकर आए अवकाश पत्र पढ़ा जिसमें उन्होंने बीमारी की वजह से सत्र में शामिल ना हो पाने की बात कही थी.

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इसके बाद राष्ट्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम बोर्ड के लिए निर्वाचन का प्रस्ताव केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी द्वारा पेश किया गया. उनके बाद केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के लिए निर्वाचन का प्रस्ताव पेश किया.  इस दौरान कांग्रेस के सदस्य लगातार महाराष्ट्र को लेकर विरोध करते रहे. इस पर सभापति ने कहा कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है इस पर यहां बात नहीं हो सकती. इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी.

राज्यसभा सभापति ने शून्यकाल शुरू करने का निर्देश दिया. जिसके बाद बीजेपी सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने भी महाराष्ट्र के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जनतंत्र बीजेपी के साथ है लेकिन कांग्रेस जुगाड़ तंत्र लगा रही है. इस पर विपक्ष से हंगामा और ज्यादा बढ़ गया. जिसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

दोबारा शुरू हुई राज्यसभा की कार्यवाही तो फिर हुआ हंगामा

दोपहर 2 बजे राज्यसभा की कार्यवाही जब वापस शुरू हुई और उपसभापति हरिवंश ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केन्द्र प्राधिकरण विधेयक, 2019 (वापस लिए जाने के लिए) पेश करने के लिए आमंत्रित किया. इस दौरान कांग्रेस सदस्य लगातार नारेबाजी करते रहे. जिसके बाद उपसभापति ने कहा कि चेयरमैन साहब ने सुबह ही इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट कर दी है. हाउस का अपना बिजनेस है उसे चलने दीजिए. मैं आपको अनुमति नहीं दे सकता.

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कांग्रेस सदस्य लगातार हंगामा करते रहे. उपसभापति ने एक बार फिर विपक्ष से कहा कि अगर आप ट्रांसजेंडर पर्सन्स बिल पर बात करना चाहते हैं तो मैं आपको अनुमति दे सकता हूं. इसके बाद भी जब नारेबाजी बंद नहीं हुई तो उपसभापति ने राज्यसभा को मंगलवार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.

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