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पेट्रोल खरीदने वाले भूख से नहीं मर रहे, सरकार ने सोच समझकर लगाया टैक्सः केजे अल्फोंस

उन्होंने कहा कि जो लोग पेट्रोल और डीजल खरीद रहे हैं उन्हें टैक्स देना ही होगा. पेट्रोल कौन खरीदता है? जिसके पास कार और बाइक है, वही पेट्रोल और डीजल खरीदता है और वह भूख से नहीं मर रहा. जो लोग इसे वहन कर सकते हैं उन्हें टैक्स देना होगा.

केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस
नंदलाल शर्मा
  • नई दिल्ली ,
  • 16 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 6:13 PM IST

पेट्रोल और डीजल की बेलगाम कीमतों को केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस ने सही ठहराया है. अल्फोंस ने कहा कि पेट्रोल और डीजल खरीदने वाले लोग भूख से नहीं मर रहे हैं. पेट्रोलियम उत्पादों से मिलने वाला पैसा गरीबों के कल्याण में खर्च किया जाएगा और सरकार ने यह फैसला सोच समझकर लिया है.

उन्होंने कहा कि जो लोग पेट्रोल और डीजल खरीद रहे हैं उन्हें टैक्स देना ही होगा. पेट्रोल कौन खरीदता है? जिसके पास कार और बाइक है, वही पेट्रोल और डीजल खरीदता है और वह भूख से नहीं मर रहा. जो लोग इसे वहन कर सकते हैं उन्हें टैक्स देना होगा.

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'पेट्रोल-डीजल से मिल रहा पैसा PM खा नहीं रहे'

पर्यटन राज्य मंत्री ने कहा कि हमने टैक्स लगाया है ताकि देश के गरीबों को एक बेहतर जीवन मिल सकें. उन्हें शौचालय की सुविधा मिले, आवास मिले. पेट्रोलियम उत्पादों से जो भी पैसा इकट्ठा हो रहा है, उसे हमारे प्रधानमंत्री या मंत्री चुरा नहीं रहे हैं. सरकार ने यह फैसला सोच समझ कर लिया है.

'देश का पैसा खा गए यूपीए के मंत्री'

कांग्रेस पर हमलावर होते हुए अल्फोंस ने कहा कि यूपीए के कार्यकाल में जो भी पैसा सरकार को मिला, मंत्रियों ने खा लिया, चुरा लिया. सत्ताधारी पार्टी के लोग पचा गए. यूपीए के मंत्रियों और उनकी पार्टी के सदस्यों ने देश को तहस नहस कर दिया है. उन्होंने कहा कि ये सरकार अपने पास पैसा इकट्ठा नहीं कर रही है. बल्कि गरीबों के कल्याण के लिए उसका उपयोग किया जा रहा है.

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गरीबों के लिए है मोदी सरकार

उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां बिल्कुल सिंपल और स्पष्ट हैं. ये सरकार गरीबों के लिए हैं. उनके लिए घर का निर्माण, शौचालय, स्कूल और हर गांव में बिजली पहुंचाना ही हमारा मकसद है. इसके लिए बहुत पैसा चाहिए और हम उन लोगों पर टैक्स लगाने जा रहे हैं जो वहन कर सकते हैं.

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