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फोन टैपिंग केस: पूर्व कमिश्नर आलोक कुमार के घर पर CBI का छापा

फोन टैपिंग केस में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने छापेमारी शुरू कर दी है. सीबीआई ने गुरुवार को बेंगलुरु के पूर्व कमिश्नर आलोक कुमार के सरकारी आवास पर छापा मारा है. इस समय आलोक कुमार, कर्नाटक रिजर्व पुलिस के एडीजीपी पद पर तैनात हैं.

CBI ने आलोक कुमार के सरकारी आवास पर छापा मारा (फाइल-ANI) CBI ने आलोक कुमार के सरकारी आवास पर छापा मारा (फाइल-ANI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

  • सीबीआई ने पूर्व कमिश्नर आलोक कुमार के सरकारी आवास पर छापा मारा
  • कांग्रेस-JDS गठबंधन सरकार के काल में अवैध फोन टैपिंग के आरोप लगे

फोन टैपिंग केस में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने छापेमारी शुरू कर दी है. सीबीआई ने बेंगलुरु के पूर्व कमिश्नर आलोक कुमार के सरकारी आवास पर छापा मारा है. इस समय आलोक कुमार, कर्नाटक रिजर्व पुलिस के एडीजीपी पद पर तैनात हैं.

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कर्नाटक की बीएस येदियुरप्पा सरकार के एक अनुरोध के बाद पिछले साल अगस्त में सीबीआई द्वारा एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी. फोन टैपिंग विवाद तब सामने आया जब एक कथित फोन पर उस बातचीत को मीडिया में लीक कर दिया गया जिसमें एक आईपीएस अधिकारी का नाम भी था. कथित तौर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और जद (एस) के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री एचडी रेवन्ना के नाम भी लीक फोन टेप में पाए गए.

एचडी कुमारस्वामी सरकार को लेकर लंबे समय तक चले उथल-पुथल के दौरान कई विधायकों की ओर से यह आरोप लगाया गया था कि मुख्यमंत्री और जद (एस) नेता अपने सहयोगियों के फोन टैप कर रहे थे. सीबीआई ने कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर अज्ञात सरकारी कर्मचारियों और लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है.

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पिछले महीने कर्नाटक सरकार की ओर से आरोप लगा गया कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार ने सत्ता में रहते हुए अवैध फोन टैपिंग को मंजूरी दी थी. उस दौरान विपक्ष, पत्रकारों और पुलिस अधिकारियों पर नजर बनाए रखने के लिए अवैध फोन टैपिंग की गई थी. हालांकि कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने इन आरोपों से इनकार किया है.

घटना सामने आने के बाद येदियुरप्पा ने पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी. 

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