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रुपये को राहत देने के लिए भुगतान की शर्तों की समीक्षा करें तेल उत्पादक देश: PM मोदी

इस बैठक में कच्चे तेल की कीमतों के अलावा देश में कारोबार को आसान बनाने के लिए उठाए जाने कदमों और निवेश आकर्षित करने के उपायों पर भी चर्चा हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो: पीटीआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो: पीटीआई)
पॉलोमी साहा
  • नई दिल्ली,
  • 15 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 8:14 PM IST

कच्चे तेल की कीमतों में लागातर बढ़ोतरी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को तेल उत्पादक देशों से तेल के भाव को कम कर उचित स्तर पर लाने के लिए और अधिक कदम उठाने की अपील की है. डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते स्तर को देखते हुए उन्होंने तेल कंपनियों से रुपये को राहत देने के लिए भुगतान की शर्तों की समीक्षा करने का आग्रह किया है.

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दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक तथा घरेलू तेल एवं गैस कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों को दिल्ली में तीसरी सालाना चर्चा के दौरान भारत जैसे तेल उपभोक्ता देशों की चिंता से रूबरू कराया. बता दें कि कच्चे तेल के दाम बढ़ने से भारत में पेट्रोल, डीजल और रसाईं गैस के दामों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.   

बिगड़ रहा है हमारा बजट

पीएम मोदी ने सऊदी अरब के तेल मंत्री खालिद अल-फालेह की उपस्थिति में कहा कि कच्चे तेल की कीमतें चार साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं. इससे वैश्विक आर्थिक वृद्धि पर प्रभाव पड़ रहा है, मुद्रास्फीति बढ़ रही है और भारत जैसे विकासशील देशों का बजट खराब हो रहा है. पीएम मोदी ने तेल उत्पादक देशों से अपील की कि वे रुपये को फौरी राहत देने के लिए भुगतान की शर्तों की समीक्षा करें.

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पीएम मोदी ने तेल उत्पादक देशों से आग्रह किया कि वे वाणिज्यिक संचालन के लिए निवेश योग्य अतिरिक्त तेल विकासशील देशों में जमा करें.  

अल-फालेह ने इंडिया एनर्जी फोरम में कहा कि मोदी ने कच्चे तेल की अधिक कीमतों से उपभोक्ताओं को हो रही तकलीफ का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, 'हमने आज इसे (उपभोक्ताओं के दर्द को) प्रधानमंत्री से बेहद स्पष्ट तौर पर सुना.'

फालेह ने कहा कि अगर सऊदी अरब ने कदम नहीं उठाए होते तो यह दर्द और अधिक होता. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ने हम जैसे उत्पादकों को सोने के अंडे देने वाली मुर्गी को जान से मारने के प्रति सावधान किया. उन्होंने उपभोक्ताओं की तुलना सोने का अंडा देने वाली मुर्गी से की.'

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस मौके पर कहा कि कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से भारत कई दिक्कतों का समाना कर रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में डॉलर के संदर्भ में कच्चा तेल 50 प्रतिशत और रुपये के संदर्भ में 70 प्रतिशत महंगा हो चुका है.

इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार भी शामिल रहे. इसके साथ ही बीपी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बॉब डुडले, टोटल के प्रमुख पैट्रिक फोउयाने, रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक पीएमएस प्रसाद और वेदांता प्रमुख अनिल अग्रवाल भी बैठक में उपस्थित रहे.

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