
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सबसे पहले देश की जनता को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हमारे देश के महापुरुषों ने सशक्त और सुरक्षित राष्ट्र का सपना देखा है. उसे पूरा करने के लिए हम सबको आगे मिलकर बढ़ना होगा. देश की प्रगति में सबका योगदान है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोग पूछते हैं कि ये किसने किया, ये किसने किया. उन्होंने इंदिरा गांधी के इमरजेंसी की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम बताते हैं कि आज 25 जून है. आपको याद होगा 25 जून की वो रात जब देश की आत्मा को कुचल दिया गया था. भारत में लोकतंत्र संविधान से नहीं हमारी आत्मा से पैदा हुआ है. देश के मीडिया को दबोच दिया गया. देश के महापुरुषों को सलाखों के पीछ बंद कर दिया गया. सिर्फ इसलिए कि किसी की सत्ता नहीं चली जाए.
उन्होंने कहा कि शायद मैं पहला प्रधानमंत्री हूं जो कह रहा हूं कि आजादी के बाद से अब तक देश में जितने भी प्रधानमंत्री हुए, देश को आगे ले जाने में उन सभी का योगदान है. आपको बता दें कि अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था. बाद में उन्होंने यह कहकर माफी मांग ली थी कि उनकी हिन्दी अच्छी नहीं है. उन्होनें इंदिरा और मोदी की तुलना कहते हुए ये आपत्तिजनक बात कही थी.