
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में हर बार की तरह इस बार भी स्वच्छता अभियान पर खुलकर बात की गई. पीएम मोदी ने खासकर बिजनौर के एक छोटे से गांव मुबारकपुर और आंध्रप्रदेश के विजयनगरम जिले के बारे में बात की जहां स्वच्छता अभियान को भरपूर सहयोग मिला और ये गांव खुले में शौच से मुक्त हुए.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की विविधता इसकी विशेषता भी है और शक्ति भी. रमजान का पवित्र महीना चल रहा है और अब ईद का त्योहार है. ईद उल फित्र के अवसर पर मेरी तरफ से सबको शुभकामनाएं. रमजान खुशियां बांटने का महीना है. इन दिनों बिजनौर के मुबारकपुर गांव में एक प्रेरक घटना घटी. तकरीबन साढ़े तीन हजार परिवारों की आबादी वाले इस गांव में मुस्लिम परिवार ही ज्यादा हैं. इस रमजान में गांव वालों ने हर घर में शौचालय बनवाए और इसके लिए जो 17 लाख रुपये की सरकारी सहायता दी गई वो भी ये कहकर लौटा दी कि हम अपना शौचालय अपने परिश्रम और धन से बनाएंगे. 17 लाख की राशि गांव के अन्य विकास कार्यों में खर्च की जाए.
मोदी ने बताया कि सिक्किम, हिमाचल और केरल पहले ही खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं. इसी हफ्ते उत्तराखंड और हरियाणा भी इससे मुक्त हुए. व्यक्ति और समाज के जीवन में कुछ भी अच्छा करना हो तो बहुत कड़ी मेहनत करती होती है, स्वच्छता का भी विषय ऐसा ही है. आज स्वच्छता अभियान सिर्फ सरकारी कार्यक्रम नहीं रहा बल्कि जनसामान्य का एक आंदोलन बनता चला जा रहा है.
मोदी ने बताया कि पिछले दिनों एक बहुत ही उत्तम घटना ध्यान में आई जब आंध्रप्रदेश के विजयनगरम जिले के प्रशासन ने जनभागीदारी से एक बड़ा काम हाथ में लिया और 10 मार्च सुबह छह बजे से 14 मार्च 10 बजे तक 100 घंटे का अभियान में 10 हजार घरेलू शौचालय 71 ग्राम पंचायतों में बनवाए.