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जब पीएम मोदी ने गुजरात बीजेपी के एक आम कार्यकर्ता से फोन पर की बात...

बीजेपी के एक साधारण कार्यकर्ता और कारोबारी गोपालभाई गोहिल उस क्षण को भूल नहीं सकते, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन कर दिवाली की बधाई दी.

फाइल फाटो- पीटीआई फाइल फाटो- पीटीआई
दिनेश अग्रहरि
  • नई दिल्ली,
  • 26 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 9:33 PM IST

वडोदरा के एक छोटे-से दुकानदार और उनके परिवार के पांव दिवाली की शाम से ही जमीन पर नहीं हैं. बीजेपी के एक साधारण कार्यकर्ता और कारोबारी गोपालभाई गोहिल उस क्षण को भूल नहीं सकते, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन कर दिवाली की बधाई दी. 19 अक्टूबर की शाम करीब 4:30 बजे पीएम मोदी ने जब गोहिल के मोबाइल पर फोन किया, तब वह दिवाली की तैयारियों में लगे थे.

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अचानक आए इस फोन से वह भौंचक्के रहे गए, वह खड़े नहीं हो पा रहे थे. उनके लिए अभी तक इस सुखद सरप्राइज की खुमारी मिटी नहीं है. उनके अंदर अभी तक भावनाओं का ज्वार फूट रहा है. पीएम मोदी और गोहिल के बीच की बातचीत का ऑड‍ियो क्लिप व्हाट्सऐप पर वायरल हो गया है. पीएम मोदी ने करीब 10 मिनट तक गोहिल और उनकी पत्नी से बातचीत की.

यह पूरी बातचीत गुजराती में हुई. यह बातचीत इस मायने में खास है कि पीएम मोदी गोहिल से बेहद अपनेपन और सामान्य तरीके से बातचीत कर रहे हैं. दोनों के बीच राजनीति और विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत को लेकर चर्चा होती है. गोहिल की वडोदरा में एक स्टेशनरी की दुकान है. वह वार्ड स्तर के बीजेपी कार्यकर्ता हैं. उन्होंने बताया कि वह सितंबर 2011 में पीएम मोदी के 'सदभावना व्रत' के दौरान उनसे मिल चुके थे. तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. इंडिया टुडे-आजतक से बातचीत में गोहिल ने तब के मुलाकात की एक फोटो भी दिखाई. इसके बाद गोहिल ने साल 2014 में वडोदरा में लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी के लिए प्रचार किया था. दिवाली पर अपनी बातचीत के बारे में गोहिल ने खुशी से बताया, ' मोदी जी की यही सबसे जबर्दस्त खूबी है. वह किसी बीजेपी कार्यकर्ता से एक बार भी मिले हों तो उसे भूलते नहीं. हमारी तो लॉटरी निकल गई.'

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गोहिल ने बताया कि पीएम मोदी ने उनसे एक नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से बातचीत की है. उन्होंने कहा कि उनके और पीएम के बीच बातचीत को करीब 25,000 लोगों ने सुनी है. उन्होंने कहा, 'यह ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें दूसरे लोग बातचीत तो सुन सकते हैं, लेकिन उसमें शामिल नहीं हो सकते.' गोहिल ने बताया कि उनके एक परिचित ने इस बातचीत का ऑडियो क्लिप उन्हें भेजा है और इसे पाते ही उन्होंने तमाम दोस्तों को फॉरवर्ड भी कर दिया. उन्होंने उत्साहित स्वर में बताया, ' मैं सबको यह बताना चाहता था कि दुनिया भर में प्रसिद्ध पीएम ने दिवाली के दिन मुझसे और मेरी पत्नी से फोन पर बात की.'

पीएम मोदी ने गोहिल से कहा कि वह बीजेपी सरकार के अच्छे कार्यों को लोगों के बीच फैलाएं ताकि विरोधियों के सारे हमले बेकार साबित हों.

यहां पढ़‍िए पीएम मोदी और गोपालभाई गोहिल के बीच क्या थी पूरी बातचीत...

पीएम मोदी: हैलो

गोहिल: नमस्ते साहेब.

पीएम: नमस्ते गोपालभाई, कैसे हैं आप?

गोहिल: मैं अच्छा हूं सर, हैप्पी दिवाली साहेब.

पीएम: आपके सभी प्रियजनों को दिवाली की शुभकामना.

गोहिल: धन्यवाद साहेब, इस मौके पर मैं गुजरात की सांस्कृतिक राजधानी वडोदरा की सभी जनता की तरफ से आपको दिवाली की शुभकामना देता हूं.

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पीएम: अरे, वडोदरा का मैं काफी ऋणी हूं, यहां से मुझे इतना मान-सम्मान और प्यार मिला है कि पूछो नहीं. मैं वडोदरा के प्रति कृतज्ञ हूं. आप अभी भी स्टेशनरी की दुकान चला रहे हैं या कुछ नया काम शुरू किया है?

गोहिल : साहेब, मैं और मेरी पत्नी खांदेराव मार्किट में व्रज सिद्ध‍ि टावर के पास स्टेशनरी की दुकान अब भी चलाते हैं. इसके पहले आपने वडोदरा के राजमहल रोड पर जब रोड शो किया था, तो मैंने आपको देखा था.

पीएम: मुझे वह दिन याद है प्रिय मित्र.

गोहिल: सर मैं आपसे एक सवाल करना चाहता हूं. गुजरात की हाल की घटनाओं और कांग्रेस पार्टी के दुष्प्रचार के दौर में हम अपने कार्यकर्ताओं को इससे प्रभावित होने से कैसे बचाएं?

पीएम: देखो, जनसंघ के जन्म के समय से ही, दुर्भाग्य से हमें ऐसे दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है. दुर्व्यवहार और अपमान तो जबसे हमने राजनीति में कदम रखा,  हमारी तकदीर में लिख दिया गया है. हर समय हमें ऐसे दुष्प्रचार और अपमान से निपटने में सफलता मिली है. इसलिए मेरी यही सलाह है कि ऐसी नकारात्मक बातों की चिंता न करो.

गोहिल: सही बात है.

पीएम: क्या आप मुझे एक भी चुनाव ऐसा बता सकते हैं, जिसमें झूठ और आलोचना का असर न रहा हो?

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गोहिल: बिल्कुल सही बात है सर. सच तो यह है कि पहले भी कांग्रेस ऐसा करती रही है.

पीएम: उन्होंने तो मुझे 'मौत का सौदागर' तक कह डाला, आपको याद है?

गोहिल: जी सर.

पीएम: अब बताओ, इससे भी बदतर कोई चीज हो सकती है? 'हत्यारा', 'खून से सने हाथ' जैसे शब्दों का इस्तेमाल मेरे लिए किया गया. लेकिन लोग समझदार हैं और सच जानते हैं.

गोहिल: जी सर.

पीएम: पहले अफवाह एक कान से दूसरे कान तक फैलते थे, अब यह व्हाट्सऐप जैसे अप्लीकेशंस से फैलाए जाते हैं. उन्हें झूठ फैलाने दो. लोग अंतर समझते हैं. इसलिए अफवाह या नकारात्मक प्रचार अभियान से परेशान न हों.

गोहिल: जरूर सर.

पीएम: अपने दिमाग पर इन सब चीजों का असर न होने दो. इसकी जगह हमारी दृष्टि और सच को प्रसारित करने पर ध्यान केंद्रित करो. दूसरों द्वारा फैलाई गई अफवाहों, गॉशि‍प और झूठ पर अपना समय बर्बाद न करो.

गोहिल: जी सर.

पीएम: ऐसी तुच्छ बातों को नजरअंदाज करना आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण है. आमतौर पर होता क्या है कि लोग बिना सोचे-समझे ऐसे फर्जी संदेशों को लोगों को फॉरवर्ड कर देते हैं. हमें इससे परेशान नहीं होना चाहिए, क्योंकि हम लोग एक अच्छे कार्य के लिए कठोर मेहनत कर रहे हैं और सच्चाई के रास्ते पर चल रहे हैं.

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गोहिल: जी सर.

पीएम: मैं फिर से जोर देकर कह रहा हूं, सच को फैलाने पर ध्यान केंद्रित करें और नकारात्मकता से प्रभावित न हों. हमने लोगों के कल्याण के लिए खून-पसीना बहाया है, इसलिए हमें ऐसी चीजों से परेशान नहीं होना चाहिए. बीजेपी काफी समय से सत्ता में है और हमारे खिलाफ अब तक किसी भी तरह का आरोप नहीं लगा है.

गोहिल: सही बात है सर, हमारे खिलाफ अब तक किसी तरह का आरोप नहीं लगा है.

पीएम: जब हम इतने पारदर्शी हैं, तो हमारे खिलाफ झूठ कैसे फैला सकते हैं? हम हमेशा सही रास्ते पर चले हैं, इसलिए आत्मविश्वास बनाए रखिए. सच को प्रसारित करने की जरूरत है.

गोहिल: निश्चित रूप से सर.

पीएम: आपसे बात कर बहुत अच्छा लगा. अपने परिवार में सभी लोगों को मेरी तरफ से दिवाली की शुभकामना दीजिएगा.

गोहिल की पत्नी: सर हमें आपका इंतजार रहेगा.

पीएम: नमस्ते, नमस्ते.

गोहिल: सर हमसे मिलिएगा, हमें बहुत खुशी होगी.

पीएम: निश्च‍ित रूप से, मैं 22 अक्टूबर को वडोदरा आ रहा हूं.

गोहिल: हम सब तैयार हैं, बीजेपी के लिए 150 सीटें दिलाना हमारी तरफ से दिवाली गिफ्ट होगा. नमस्कार सर.

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