
पीएम आज पारिजात का पौधा लगाएंगे. इस वृक्ष को लेकर कई हिन्दू मान्यताएं हैं. कहा जाता है कि धन की देवी लक्ष्मी को पारिजात के फूल अत्यंत प्रिय हैं. पूजा-पाठ के दौरान मां लक्ष्मी को ये फूल चढ़ाने से वो प्रसन्न होती हैं. खास बात ये है कि पूजा-पाठ में पारिजात के वे ही फूल इस्तेमाल किए जाते हैं जो वृक्ष से टूटकर गिर जाते हैं.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक परिजात वृक्ष की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी, जिसे इन्द्र ने अपनी वाटिका में लगाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब इस दिव्य पौधे को राम मंदिर परिसर में लगाएंगे. पीएम मोदी लगभग 12 बजे रामजन्मभूमि पहुंचेंगे. यहां पर वे रामलला की पूजा करेंगे. सवा बारह बजे के करीब वे परिसर में पारिजात का पौधा लगाएंगे. साढ़े 12.30 बजे वे भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे. पारिजात के पौधे लगाने के लिए पीएम के लिए विशेष फावड़े और कन्नी लाए गए हैं.
वृक्षारोपण में नरेंद्र मोदी की रूचि उनके पीएम बनने से पहले से ही रही है. अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए वे वृक्षारोपण के बारे में बताते रहे हैं. साल 2011 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस वक्त उन्होंने कम बारिश वाले क्षेत्रों पौधा लगाने का तरीका बताया था.
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नरेंद्र मोदी ने तब बताया था कि कम वर्षा वाले क्षेत्रों में पौधा लगाने के लिए आपको एक घड़ा लेने की जरूरत है. इस मटके को पौधे के समानांतर ही जमीन खोद कर नीचे डाल दें. घड़ा मिट्टी के नीचे पौधे की जड़ के आस-पास रहे. इस घड़े में पूरा पानी भर दें और घड़े का मुंह ढक दें. अब एक सप्ताह तक आपको इस पौधे को पानी देने की जरूरत नहीं है. घड़े में मौजूद पानी से पौधे को धीरे-धीरे पानी मिलता रहेगा.
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नरेंद्र मोदी ने लोगों को सलाह दी थी कि आपको घड़े में छेद करने की जरूरत नही है. यदि आप अच्छा नतीजा चाहते हैं तो घड़े में वो पानी डालें जो घरों में बर्तन वगैरह धोने के बाद बच जाता है. उन्होंने तब कहा था कि इस तरीके के गुजरात के कुछ हिस्सों में आजमाया जा चुका है. उन्होंने कहा था कि ऐसे छोटे-छोटे उपायों से पर्यावरण की बड़ी सेवा की जा सकती है और बड़ा बदलाव लाया जा सकता है.