Advertisement

लॉकडाउन 2.0 संबोधन: भारत, कोरोना, परेशानी.. जानिए- किस शब्द पर रहा PM मोदी का जोर

प्रधानमंत्री ने महामारी, संकट, धैर्य, सोशल डिस्टेंसिंग, समय, टेस्ट, सम्मान, प्रेरणा, चुनौती, चिंता, नया साल, सत्य, मौत, कमाई, खेती, किसान, अस्पताल, वैज्ञानिक, मास्क, फेस कवर, आरोग्य सेतु जैसे शब्द 2 बार कहे.

प्रधानमंत्री ने मंगलवार को कोरोना पर राष्ट्र के नाम संबोधन दिया (PTI) प्रधानमंत्री ने मंगलवार को कोरोना पर राष्ट्र के नाम संबोधन दिया (PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 5:01 PM IST

  • पूरे देश में 3 मई तक बढ़ाया गया लॉकडाउन
  • 20 अप्रैल तक लॉकडाउन पर कड़ी नजर
कोरोना वायरस महामारी पर अपने 5वें भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘भारत’, ‘कोरोना वायरस’ और ‘लॉकडाउन’ शब्दों का सबसे ज्यादा बार प्रयोग किया. 24 मिनट के भाषण में इन तीन शब्दों का सबसे ज्यादा बार दोहराव हुआ और पूरी बातचीत इन्हीं पर फोकस रही. इस भाषण में उन्होंने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा भी की.

14 अप्रैल को तालाबंदी के पहले चरण का आखिरी दिन था, और जैसा कि अपेक्षित था, पीएम मोदी ने लॉकडाउन को 19 दिनों के लिए बढ़ा दिया. कोरोनो वायरस मामलों की बढ़ती संख्या के कारण राज्य सरकारों ने भी लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की थी. पीएम के आज के भाषण में ‘भारत’ अथवा ‘देश’ शब्द 31 बार आया यानी भाषण का फोकस देश पर था. इसके बाद ‘कोरो नावायरस’ 25 बार और ‘लॉकडाउन’ 12 बार आया.

Advertisement

प्रधानमंत्री ने ‘जनता’ और ‘समस्या’ जैसे शब्दों का 8 बार उच्चारण किया, जबकि ‘वैश्विक’ शब्द का 7 बार प्रयोग किया. अगर पीएम के पिछले भाषण से इस भाषण की तुलना करें तो इस बार के भाषण में कुछ नये शब्दों को जगह मिली जैसे ‘हॉटस्पॉट’, ‘आरोग्य सेतु’, ‘स्क्रीनिंग’, ‘इम्युनिटी’ और ‘वैज्ञानिक’. वरिष्ठ नागरिकों की विशेष देखभाल पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने लोगों से आयुष मंत्रालय द्वारा जारी सलाह का पालन करने और आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने का आग्रह किया.

आज के भाषण के पहले राजनीतिक विशेषज्ञों की अपेक्षा थी कि प्रधानमंत्री औद्योगिक कार्यों को फिर से शुरू करने पर बात करेंगे और प्रधानंत्री ने इसका भी ​जिक्र किया. उन्होंने गरीब तबके और किसानों की समस्या का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि सरकार फसल कटाई के मौसम के दौरान किसानों को होने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कोरोना वायरस हॉटस्पॉट्स की निगरानी कर रही है, और किसी भी प्रगति के आधार पर 20 अप्रैल के बाद कुछ प्रतिबंधों में ढील दी जा सकती है. संयोग से प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में "20 अप्रैल" का सात बार जिक्र किया.

Advertisement

पीएम ने आगे कहा कि अन्य विकसित देशों की तुलना में भारत महामारी को नियंत्रित करने के मामले में बेहतर कर रहा है. 14 अप्रैल की सुबह तक, भारत में कोरोना वायरस से लगभग 350 मौतें हो चुकी हैं और 10,000 से अधिक संक्रमण के मामले सामने आए हैं. एक महीने से कम समय में कोरोना वायरस पर प्रधानमंत्री का यह पांचवां भाषणा था. उन्होंने इससे पहले 19 मार्च, 24 मार्च, 29 मार्च (मन की बात) और 3 अप्रैल को राष्ट्र को संबोधित किया था.

प्रधानमंत्री के 24 मार्च के भाषण में (https://www.indiatoday.in/india/story/in-numbers-corona-people-dominate-pm-modi-lockdown-speech-1659301-2020-03-24) जिन प्रमुख शब्दों पर फोकस था वे हैं ‘कोरोना वायरस’ (22), ‘जनता’ (15) और ‘भारत’ (13). पीएम के आज के भाषण में भी ये सभी शब्द पांच सबसे अधिक उल्लिखित शब्दों में रहे. 19 मार्च के भाषण में सबसे ज्यादा बार ‘जनता’ (25) शब्द और इसके बाद ‘कोरोना वायरस’ (15) बार आया था. पीएम की मन की बात में भी सबसे ज्यादा उल्लेख ‘जनता’ (30) और ‘कोरोना वायरस’ (20) का हुआ था.

कोरोना पर फुल कवरेज के लि‍ए यहां क्ल‍िक करें

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement