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पीएम मोदी के पूर्वांचल दौरे का दूसरा दिन, वाराणसी में नेताओं के साथ बैठक

इसी कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी मिर्जापुर मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री राज्य में 108 जन औषधि केन्द्रों का उद्घाटन भी करेंगे.

पीएम मोदी पीएम मोदी
देवांग दुबे गौतम
  • मिर्जापुर,
  • 15 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 10:07 AM IST

प्रधानमंत्री मोदी के पूर्वांचल दौरे का आज दूसरा दिन है. रविवार को प्रधानमंत्री मोदी मिर्जापुर पहुंचेंगे. इससे पहले उन्होंने वाराणसी में पार्टी पदाधिकारियों से साथ बैठक की. शनिवार रात पीएम मोदी ने अपने चुनावी क्षेत्र वाराणसी का भ्रमण भी किया था. पूर्वांचल दौरे के पहले दिन पीएम मोदी ने आजमगढ़ में एक्सप्रेस वे की आधारशिला भी रखी थी. 

दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी मिर्जापुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. वह बाणसागर परियोजना  का शुभारंभ भी करेंगे. इस परियोजना से इलाके में सिंचाई को बढ़ावा मिलेगा, जिससे उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और इलाहाबाद के किसानों को काफी फायदा पहुंचेगा.

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इसी कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी मिर्जापुर मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री राज्य में 108 जन औषधि केन्द्रों का उद्घाटन भी करेंगे. मोदी बालूघाट, चुनार में गंगा नदी पर बने पुल को भी समर्पित करेंगे, जो मिर्जापुर और वाराणसी शहर को जोड़ेगा.

अचानक पहुंचे BHU

दौरे के पहले दिन शनिवार को पीएम मोदी पहले आजमगढ़ गए और उसके बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. पीएम मोदी ने वाराणसी में ही रात व्यतीत किया.  इस दौरान  वह अचानक गेस्ट हाउस से निकलकर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी कैंपस घूमने निकल गए. पीएम मोदी ने यूनिवर्सिटी परिसर में विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की. पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे.

दरअसल, पीएम मोदी यहां के डीरेका गेस्ट हाउस में रुके हुए थे.रात हो जाने पर वह गेस्ट हाउस से अपनी गाड़ी से निकले और  बीएचयू कैंपस पहुंच गए. पीएम मोदी ने वाराणसी शहर में हुए विकास और सौंदरीकरण के कार्यों का जायजा भी लिया.

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340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की रखी आधारशिला

पीएम शनिवार को आजमगढ़ में 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी. यह हाईवे राजधानी लखनऊ सहित बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जैसे पूर्वी उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक शहरों को जोड़ेगा.

इस एक्सप्रेसवे को तीन साल में तैयार करने का लक्ष्य रखा जाएगा. इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली एक्सप्रेसवे के जरिए पश्चिम में नोएडा से लेकर पूरब में गाजीपुर तक के उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख शहर आपस में जुड़ जाएंगे.

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