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मन की बात में पीएम मोदी बोले- बदलाव लाने वालों को पद्म सम्मान

मन की बात का ये संस्करण देश के आम बजट से ठीक पहले प्रसारित होने जा रहा है. ऐसे में इस बात पर भी नजर है कि पीएम मोदी बजट के जरिए जनता को किसी बड़ी सौगात के संकेत दे सकते हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी पीएम नरेंद्र मोदी
जावेद अख़्तर
  • नई दिल्ली,
  • 28 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 12:55 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित किया. मन की बात कार्यक्रम का यह 40वां एपिसोड है. जबकि साल 2018 का पहला संस्करण है.

पीएम ने सबसे पहले नारी शक्ति पर भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने कल्पना चावला को याद किया. उन्होंने कहा, 'यह दुख की बात है कि हमने कल्पना चावला जी को इतनी कम उम्र में खो दिया, लेकिन उन्होंने अपने जीवन से पूरे विश्व में, खासकर भारत की हजारों लड़कियों को, यह संदेश दिया कि नारी-शक्ति के लिए कोई सीमा नहीं है. पीएम ने कहा कि कल्पना चावला ने पूरी दुनिया की महिलाओं को प्रेरित किया है.'

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पीएम ने ये भी कहा कि आज देशभर में तीन हजार से ज्यादा औषधि केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं. इससे न सिर्फ दवाइयां सस्ती मिल रही हैं, बल्कि व्यक्तिगत एंटरप्रोन्यरशिप के लिए भी रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं.

पद्म अवार्ड को लेकर भी पीएम मोदी ने जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि हमने ऐसे लोगों को सम्मानित किया है, जो बड़े शहरों से नहीं आते लेकिन उन्होंने समाज में बदलाव लाने का काम किया है.

बापू को किया याद

पीएम मोदी ने कहा, '30 जनवरी को पूज्य बापू की पुण्य-तिथि है, जिन्होंने हम सभी को एक नया रास्ता दिखाया है. उस दिन हम शहीद दिवस मनाते हैं. अगर हम संकल्प करें कि बापू के रास्ते पर चलें -जितना चल सके, चलें- तो उससे बड़ी श्रद्धांजलि क्या हो सकती है?'

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सुभासिनी मिस्त्री को किया याद

प्रधानमंत्री ने बताया, 'पश्चिम बंगाल की 75 वर्षीय सुभासिनी मिस्त्री को भी पुरस्कार के लिए चुना गया. सुभासिनी मिस्त्री एक ऐसी महिला हैं, जिन्होंने अस्पताल बनाने के लिए दूसरों के घरों में बर्तन साफ किए और सब्जी बेची.'

वहीं मध्य प्रदेश के भज्जू श्याम के बारे में पीएम ने बताया कि वे जीवनयापन के लिए सामान्य नौकरी करते थे लेकिन उनको पारम्परिक आदिवासी पेंटिंग बनाने का शौक था. आज इसी शौक की वजह से इनका भारत ही नहीं, पूरे विश्व में सम्मान है. 

मन की बात के अंत में पीएम ने देशवासियों को नए साल की बधाई भी दीं. उन्होंने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों, आप सब को 2018 की शुभकामनायें देते हुए, मेरी वाणी को विराम देता हूं. बहुत-बहुत धन्यवाद.

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