
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के आखिर में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. जहां पीएम मोदी 10 द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. इनमें पीएम मोदी की फ्रांस, जापान, इंडोनेशिया, अमेरिका और तुर्की के साथ वार्ता होगी. वहीं इसके अलावा BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) और RIC (रूस, भारत और चीन) में शामिल देशों की वार्ता भी इस सम्मेलन में होगी.
इस दौरान रूस, भारत और चीन के बीच भी आपसी बैठक 28 जून को हो सकती है. इस बार जी-20 सम्मेलन की मेजबानी जापान कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन के दौरान जी-20 के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों से भी मुलाकात कर सकते हैं.
वहीं अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका जी-20 के सदस्य हैं.
पिछले साल अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर भी भारत का दबदबा था. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय (JAI- जापान, अमेरिका, इंडिया) का नारा दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया था कि जय का मतलब है सफलता है.
जापान-अमेरिका और भारत की पहली बार हुई त्रिपक्षीय मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह मंत्र अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में दिया था.