
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्यप्रदेश के मंडला में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर संबोधन दिया. पंचायती राज पर मंत्र देते हुए प्रधानमंत्री ने बढ़ रही रेप की घटनाओं पर भी बयान दिया और ऐसा घिनौना काम करने वालों को भी कड़ा संदेश दिया. प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि राक्षसी काम करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी और ऐसा करने वालों को फांसी पर लटकाया जाएगा.
मोदी ने दिया ये संदेश -
# जो भी राक्षसी काम करेगा, उसे फांसी पर लटकाया जाएगा.
# आज की केंद्र सरकार लोगों की भावनाओं को समझती है और उसके हिसाब से निर्णय ले रही है.
# ये एक सामाजिक बदलाव है, हमें अपने लड़कों को भी समझाना होगा.
# बेटों को बेटियों की इज्जत करना सिखाना होगा.
# परिवारों को घर के अंदर ही इस बदलाव को शुरू करना होगा.
लंदन में भी दिया था कड़ा संदेश
आपको बता दें कि हाल ही में लंदन में अपने कार्यक्रम भारत की बात सबके साथ में भी पीएम ने इन घटनाओं पर कड़ा रुख जताया था. बलात्कार के मामले पर बोलते हुए नरेंद्र मोदी ने कठुआ रेप पीड़िता का भी जिक्र किया था और कहा कि इस पर आरोप प्रत्यारोप नहीं होना चाहिए. एक बेटी के साथ अत्याचार कैसे सहन कर सकते हैं. मैंने लालकिले से कहा था कि बेटियों से सवाल करने वाले बेटों से सवाल क्यों नहीं करते. बेटी के साथ जघन्य अपराध करने वाला भी किसी का बेटा ही है.
कठुआ-उन्नाव पर दिया था ये संदेश
उन्नाव-कठुआ में हुई रेप की घटनाओं पर प्रधानमंत्री ने सख्त संदेश दिया था. पीएम मोदी ने कहा था कि जिस तरह की घटनाएं हमने बीते दिनों में देखीं हैं, वो सामाजिक न्याय की अवधारणा को चुनौती देती हैं. पिछले 2 दिनो से जो घटनायें चर्चा में हैं वो निश्चित रूप से किसी भी सभ्य समाज के लिये शर्मनाक हैं. एक समाज के रूप में, एक देश के रूप में हम सब इसके लिए शर्मसार हैं.
पीएम ने कहा था कि देश के किसी भी राज्य में, किसी भी क्षेत्र में होने वाली ऐसी वारदातें, हमारी मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देती हैं. मैं देश को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कोई भी अपराधी बचेगा नहीं, न्याय होगा और पूरा होगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे समाज की इस आंतरिक बुराई को खत्म करने का काम, हम सभी को मिलकर करना होगा.
उन्होंने कहा कि मैंने तो लाल किले से बोलने का साहस किया था कि लड़की से नहीं, लड़कों से पूछो. हमें पारिवारिक व्यवस्था, सामाजिक मूल्य से लेकर न्याय व्यवस्था तक, सभी को इसके लिए मजबूत करना होगा, तभी हम बाबा साहेब के सपनों का भारत बना पाएंगे, न्यू इंडिया बना पाएंगे.