Advertisement

PM मोदी की अपील- पराली जलाना छोड़ें किसान, फैलता है प्रदूषण

पीएम मोदी के अलावा इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PTI फोटो) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PTI फोटो)
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 17 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 1:22 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली में कृषि उन्नति मेले की शुरुआत की. इसके साथ ही उन्होंने 25 कृषि विज्ञान केंद्रों की भी आधारशिला रखी. पीएम मोदी के अलावा इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे.

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस तरह के उन्नति मेले की न्यू इंडिया में जरूरत है. देश में आज हज़ारों किसान तकनीक की सहायता से आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज अनेक राज्य रिकॉर्ड उत्पादन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज देश में दूध, दाल, गेंहू का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है. हमारे देश का कृषि सेक्टर दुनिया को राह दिखाता है. उन्होंने कहा कि हमें नहीं भूलना चाहिए कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश में अनाज उत्पादन की क्या स्थिति थी, संकट भरे उस दौर से हमारा अन्नदाता हमें बाहर निकालकर लाया है.

Advertisement

उन्होंने किसानों से पराली जलाना छोड़ने की अपील की, उन्होंने कहा कि धरती किसानों की मां है, उसे जलाइए मत. पीएम ने कहा कि पराली को मशीनों के जरिए हटाएं तो उसका खाद के तौर पर उपयोग बढ़ सकेगा. उन्होंने कहा कि जब हम Crop Residue को जला देते हैं तो ये सारे अहम तत्व जलकर हवा में चले जाते हैं. इससे प्रदूषण तो होता ही है, किसान की मिट्टी को भी नुकसान होता है.

बीमा योजना से पहुंचा किसानों को लाभ

पीएम मोदी बोले कि केंद्र सरकार लगातार किसानों की आय दोगुना करने के लिए काम कर रही है. लेकिन समय के साथ जो चुनौतियां खेती से जुड़ती चली गईं, वो आज के इस दौर में बहुत अहम हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना के कारण किसानों को काफी फायदा पहुंच रहा है. मोदी ने कहा कि आज देश में 11 करोड़ से ज्यादा सॉयल हेल्थ कार्ड बांटे जा चुके हैं, सॉयल हेल्थ कार्ड से मिल रही जानकारी के आधार पर, जो किसान खेती कर रहे हैं, उनकी पैदावार बढ़ने के साथ-साथ खाद पर खर्च भी कम हो रहा है.

Advertisement

TOP वाले किसानों को मिलेगा लाभ

कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत हर खेत को पानी के विजन के साथ कार्य किया जा रहा है. जो सिंचाई परियोजनाएं दशकों से अधूरी पड़ी थी, उन्हें 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करके पूरा किया जा रहा है. मोदी बोले कि इस बजट में जिस Operation Greens का ऐलान किया है, वो भी नई सप्लाई चेन व्यवस्था से जुड़ा है. ये फल और सब्जियां पैदा करने वाले और खासतौर पर Top यानि Tomato, Onion और Potato उगाने वाले किसानों के लिए लाभकारी रहेगा.

पीएम ने कहा कि कुछ लोग एमएसपी के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं. किसानों को आधुनिक बीज मिले, आवश्यक बिजली मिले, बाजार तक कोई परेशानी न हो, उन्हें फसल की उचित कीमत मिले, इसके लिए हमारी सरकार दिन-रात एक कर रही है. न्यूनतम समर्थन मूल्य के ऐलान का पूरा लाभ किसानों को मिले, इसके लिए हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

मोदी ने समझाया MSP का पूरा गणित

पीएम मोदी ने कार्यक्रम में MSP के पूरे गणित को समझाया. उन्होंने कहा कि MSP के लिए जो लागत जोड़ी जाएगी, उसमें दूसरे श्रमिक के परिश्रम का मूल्य, अपने मवेशी-मशीन या किराए पर लिए गए मवेशी या मशीन का खर्च, बीज का मूल्य, सभी तरह की खाद का मूल्य, सिंचाई के ऊपर किया गया खर्च, राज्य सरकार को दिया गया लैंड रेवेन्यू वर्किंग कैपिटल के ऊपर दिया गया ब्याज, Lease ली गई जमीन के लिए दिया गया किराया, और अन्य खर्च शामिल हैं. इतना ही नहीं किसान के द्वारा खुद और अपने परिवार के सदस्यों द्वारा दिए गए श्रम के योगदान का भी मूल्य, उत्पादन लागत में जोड़ा जाएगा.

Advertisement

प्रधानमंत्री ने बताया कि इस बजट में सरकार ने ये भी ऐलान किया है कि ‘Farmer Producer Organizations’ को कॉपरेटिव सोसायटियों की तरह ही इनकम टैक्स में छूट दी जाएगी. आज यहां जिन कृषि विज्ञान केंद्रों को पुरस्कार दिया गया है, उनमें से कई मधुमक्खी पालन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. मधुमक्खी पालन सिर्फ कमाई ही नहीं, पूरी मानवता के साथ जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक आइंस्टीन ने भी बताया था कि अगर मधुमक्खी ना रहे तो इंसान के लिए दिक्कतें पैदा होंगी. हमारी सरकार Waste To Wealth की दिशा में भी सार्थक प्रयास कर रही है.

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने 'कृषि कर्मन' और 'पंडित दीन दयाल उपाध्याय कृषि विज्ञान प्रोत्साहन' पुरस्कार भी प्रदान किए. इस मेले का थीम-2022 तक किसानों की आय दोगुना करना है.

'कृषि उन्नति मेला' का उद्देश्य किसानों के बीच कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में नवीनतम तकनीकी विकास के बारे में जागरूकता पैदा करना है. किसानों की आय दोगुनी करने पर थीम पवेलियन, सूक्ष्म सिंचाई पर लाइव प्रदर्शन, अपशिष्ट जल उपयोग, पशुपालन और मत्स्य पालन मेले के प्रमुख आकर्षणों में से हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement