
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई टीम की दस्तक को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बताया जा रहा कि सीबीआई टॉक टू एके (Talk 2 AK) से जुड़े घोटाले के मामले में पूछताछ करने के लिए वहां पहुंची. इधर, आम आदमी पार्टी के नेता जहां इसे सीबीआई की छापेमारी बताई है. इसका आरोप मोदी सरकार पर लगाया. उनका कहना है कि पीएम के मन की बात कार्यक्रम की भी जांच होनी चाहिए. वहीं सीबीआई का कहना है कि यह कोई छापा नहीं बल्कि वह तो बस पूछताछ के लिए गई है.
वहीं दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने आज तक से खास बातचीत करते हुए कहा कि CBI अभी मनीष सिसोदिया पर और भी कई मामलों में शिकंजा कस सकती है.
दूसरी ओर बीजेपी से सस्पेंड सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने ट्वीट कर कहा- अक्टूबर 2015 में डीडीसीए मामले में केस दर्ज हुआ था. 400 करोड़ के घोटाले के मामले में अरुण जेटली के खिलाफ छापेमारी के बजाय CBI सिसोदिया के वहां छापेमारी कर रही है.
400 करोड़ का केस दर्ज किया था, लेकिन CBI अरुण जेटली को छोड़कर मनीष के यहां रेड मार रही है.
आप ने कहा- मन के बात की भी हो जांच
दिल्ली में आप सरकार के मंत्री राजेश गौतम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हमें परेशान किया जा रहा है. केंद्र सरकार सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर रही है. अगर 'टॉक टू एके' के सिलसिले में पूछताछ की जा रही है, तो मोदी जी के संवाद कार्यक्रम 'मन की बात' की भी जांच होनी चाहिए.