
जेडीयू नेता और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि CAA और NRC पर कांग्रेस को खुलकर प्रदर्शन करना चाहिए. प्रशांत किशोर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ट्वीट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व इस मुद्दे पर सड़कों पर नहीं है. इसके अलावा पार्टी के टॉप नेता भी CAA और NRC के खिलाफ संघर्ष में गायब दिख रहे हैं.
प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस कम से कम इतना तो कर सकती है कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है वहां के मुख्यमंत्री उन मुख्यमंत्रियों के साथ आएं जिन्होंने कहा है कि वे अपने राज्यों में एनआरसी लागू नहीं करेंगे.
बता दें कि कि शुक्रवार को सोनिया गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून भेदभावपूर्ण है. नोटबंदी की तरह एक बार फिर एक-एक व्यक्ति को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा.
PK की सोनिया को सलाह
सोनिया गांधी के इस ट्वीट पर प्रशांत किशोर ने टिप्पणी करते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी आज सड़क पर नहीं है और पार्टी का टॉप लीडरशिप भी CAA और NRC के खिलाफ आम नागरिकों द्वारा लड़ी जा रही लड़ाई से भी गायब रहा है. कम से कम आप अपने सभी मुख्यमंत्रियों को बाकी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ जुड़ने को कहिए, जो अपने राज्यों में NRC लागू करने के ख़िलाफ़ है. अन्यथा, इन बयानों का कोई भी मतलब नहीं है.
प्रदर्शन में शामिल हुई थीं प्रियंका
बता दें कि प्रियंका गांधी राहुल गांधी की अनुपस्थिति में दिल्ली की सड़कों पर चल रहे विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करती नजर आईं, लेकिन पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व 14 दिसंबर को रामलीला मैदान में हुई रैली के बाद से दिखाई नहीं दिया है.
जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में रविवार के दिन हुए हिंसक प्रदर्शन के एक दिन बाद ही सोमवार सुबह राहुल गांधी दक्षिण कोरिया के आधिकारिक दौरे पर रवाना हो गए. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को विश्वविद्यालय में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ इंडिया गेट पर हो रहे प्रदर्शन में शामिल हुईं थी. इंडिया गेट पर ही शुक्रवार शाम को भी उन्होंने सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में भाग लिया.