
राष्ट्रपति चुनाव के लिए शिवसेना ने नया पासा फेंका है. पार्टी के सांसद संजय राउत ने एनसीपी नेता शरद पवार को अगला राष्ट्रपति बनाने की वकालत की है. राउत के मुताबिक पवार एक काबिल नेता हैं और उनके पास इस ओहदे के लिए जरूरी सभी गुण मौजूद हैं. मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल इस साल 25 जुलाई को खत्म हो रहा है और अगले राष्ट्रपति का चुनाव इससे पहले होना है.
विपक्षी की पसंद भी पवार?
मोदी सरकार ने हाल ही में पवार को पद्म विभूषण से नवाजा था. इसके बाद राष्ट्रपति पद को लेकर पवार के नाम पर अटकलों को जोर मिला. खबरों के मुताबिक लेफ्ट, कांग्रेस और जेडीयू समेत कई विपक्षी पार्टियां भी उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ साझा उम्मीदवार के तौर पर उतारने की सोच रही हैं. राउत का कहना है कि अगर पवार के नाम पर आम सहमति बनती है तो उनकी पार्टी के नेता उद्धव ठाकरे इस चर्चा में शरीक हो सकते हैं. हालांकि एनसीपी अब तक कहती आई है कि 76 साल के पवार राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे.
सुझाया था भागवत का नाम
पिछले महीने संजय राउत ने राष्ट्रपति पद के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम सुझाया था. उनका कहना था कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए भागवत इस ओहदे के लिए सबसे बेहतर उम्मीदवार होंगे. हालांकि भागवत ने साफ किया था कि वो राष्ट्रपति की रेस में शामिल नहीं हैं.
क्या है राष्ट्रपति चुनाव का समीकरण?
राष्ट्रपति चुनने के लिए जरूरी वोट से कुछ कम बीजेपी के पास हैं. पार्टी एआईएडीएमके और टीआरएस जैसे दलों के समर्थन से अपनी मर्जी के उम्मीदवार को राष्ट्रपति बना सकती है. हालांकि शिवसेना के साथ रिश्तों में खटास इस राह में रोड़ा हो सकता है. पिछले 2 राष्ट्रपति चुनावों में शिवसेना कांग्रेस के उम्मीदवारों का समर्थन कर चुकी है.
प्रणब मुखर्जी को दूसरा मौका?
सत्ता के गलियारों में एक चर्चा ये भी है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को ही दूसरा मौका दिया जा सकता है. लेकिन उन्होंने इस बात के संकेत दिये हैं कि वो तभी दोबारा उम्मीदवार बनेंगे अगर सभी पार्टियां उन्हें समर्थन दें और खुद पीएम मोदी उन्हें चुनने की हिमायत करें.