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राष्ट्रपति का विदाई कार्यक्रम, आखिरी भाषण में संसद के पहले दिन को किया याद

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा स्पीकर और उपराष्ट्रपति का धन्यवाद किया. साथ ही संसद के सभी सदस्यों का अभिवादन स्वीकार किया. उन्होंने बताया कि मैं 34 साल की उम्र में पहली बार सांसद के रूप 22 जुलाई 1969 को राज्यसभा पहुंचा.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
नंदलाल शर्मा/जावेद अख़्तर
  • नई दिल्ली ,
  • 23 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 9:44 PM IST

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए रविवार शाम संसद में विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. संसद के सेंट्रल हॉल में विदाई कार्यक्रम में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन समेत दोनों सदन के सदस्य मौजूद रहे. इनमें पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया भी मौजूद रहीं. सोमवार को प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल का आखिरी दिन है. नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 जुलाई को शपथ लेंगे.

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लोकसभा स्पीकर ने दिया विदाई भाषण

राष्ट्रपति के विदाई कार्यक्रम में लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने विदाई भाषण दिया.  इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राजनीतिक करियर का बखान किया. साथ ही उनकी उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि प्रणब मुखर्जी ने हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी. इसके बाद सुमित्रा महाजन ने राष्ट्रपति को विदाई भाषण की प्रति भेंट की.

उपराष्ट्रपति ने बताया सर्वश्रेष्ठ विदेश मंत्री

 

वहीं उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने बताया कि कैसे प्रणब मुखर्जी ने संसद में रहने के दौरान वहां बहस के स्तर को बढ़ाया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति से पहले आप विश्व के सर्वश्रेष्ठ विदेश मंत्री रहे. साथ ही वित्त मंत्रालय में आपने शानदार काम किया.

 

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आखिरी भाषण

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा स्पीकर और उपराष्ट्रपति का धन्यवाद किया. साथ ही संसद के सभी सदस्यों का अभिवादन स्वीकार किया. उन्होंने बताया कि मैं 34 साल की उम्र में पहली बार सांसद के रूप 22 जुलाई 1969 को राज्यसभा पहुंचा.

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इस दौरान उन्होंने अपने संसदीय कार्यकाल का जिक्र करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, बीजेपी के वरिष्ठ सांसद लालकृष्ण आडवाणी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी याद किया. राष्ट्रपति मुखर्जी ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को भी याद किया. वरिष्ठ सदस्यों के भाषणों से सीख ली. उन्होंने कहा कि संसद ने मेरी राजनीतिक दृष्टि को दिशा दी.

वहीं प्रणब मुखर्जी ने ये भी कहा कि देश की एकता संविधान का आधार है. पहले संसद में गंभीर चर्चा होती थी.

इससे पहले शनिवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में डिनर पार्टी रखी थी. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने प्रणब मुखर्जी को स्मृति चिन्ह भेंट किया. देश के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. इस समारोह में नव-निर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ मोदी कैबिनेट के मंत्री और एनडीए के सहयोगी दलों के नेता शामिल हुए.

25 जुलाई को शपथ लेंगे रामनाथ कोविंद

प्रणब मुखर्जी की विदाई के बाद 25 जुलाई को रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया जाएगा. इसी दिन रामनाथ कोविंद संसद भवन के सेंट्रल हॉल में शपथ ग्रहण करेंगे. वह भारत के 14वें राष्ट्रपति होंगे. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को हराकर जीत दर्ज की है. कोविंद को यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार से करीब दोगुने वोट मिले.

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