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रजनीकांत के राजनीतिक कदम से पहले विरोध, तमिल संगठन ने फूंका पुतला

पुलिस ने बताया कि संगठन के कार्यकर्ताओं ने व्यस्त कैथेडरल रोड पर अभिनेता का पुतला फूंका. पुलिस का कहना है कि संगठन के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. कार्यकर्ता रजनीकांत के संभावित राजनीति में प्रवेश के खिलाफ नारे लगा रहे थे.

अभिनेता रजनीकांत अभिनेता रजनीकांत
सुरभि गुप्ता/BHASHA
  • चेन्नई,
  • 22 मई 2017,
  • अपडेटेड 5:13 PM IST

तमिल समर्थक एक संगठन ने अभिनेता रजनीकांत के राजनीति में प्रवेश का विरोध करते हुए उनका पुतला फूंका. टीएमपी समूह अभिनेता के पोएस गार्डन स्थित घर के बाहर धरना देने की योजना बना रहे थे. इसके मद्देनजर अभिनेता के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

कैथेडरल रोड पर अभिनेता का पुतला फूंका
पुलिस ने बताया कि संगठन के कार्यकर्ताओं ने व्यस्त कैथेडरल रोड पर अभिनेता का पुतला फूंका. पुलिस का कहना है कि संगठन के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. कार्यकर्ता रजनीकांत के संभावित राजनीति में प्रवेश के खिलाफ नारे लगा रहे थे.

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राजनीति में आने का किया था इशारा
पिछले हफ्ते अभिनेता ने राजनीति में प्रवेश करने का इशारा दिया था. अभिनेता की कन्नड़ उत्पति हमेशा ही तमिलनाडु में चर्चा का विषय रही है, खास कर तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच जब कभी कावेरी जल विवाद का मामला उठता है तो तमिल समर्थक समूह अपनी आवाज उठाने लगते हैं.

खुद को बताया था शुद्ध तमिल
कबाली स्टार ने पिछले सप्ताह अपनी तमिल पहचान के बारे में बताया था. उनका कहना था कि उनका पैतृक गांव तमिलनाडु के कृषनगरी जिले के गांव में है. उन्होंने खुद को नान पचाई तमिजाहन (शुद्ध तमिल) बताया था. इसी बीच अभिनेता ने अपने प्रशंसकों के साथ मिलकर तस्वीरें भी खिंचवाई थीं.

तमिलनाडु से 43 वर्षों का रिश्ता
रजनीकांत ने कहा था, 'मैं कर्नाटक में 23 वर्षों तक रहा और तमिलनाडु में 43 वर्षों तक रहा. हालांकि मैं एक मराठी के तौर पर कर्नाटक से आया था, आप लोगों ने मुझे सच्चा तमिल बना दिया.'

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