
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले की अमेरिका, रूस और फ्रांस समेत दुनियाभर के कई देशों ने निंदा की और कहा है कि आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए वे भारत के साथ खड़े हैं.
पुलवामा में गुरुवार को तब एक बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया जब जैश-ए-मोहम्मद के एक फिदायीन आतंकी ने आईईडी विस्फोटकों से लदी गाड़ी से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी. लेथपोरा कस्बे के नजदीक श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यह आत्मघाती हमला हुआ. तब सीआरपीएफ जवानों की कई गाड़ियों का काफिला सड़क से गुजर रहा था. इमें कम से 37 जवान शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना उस वक्त की है, जब 78 गाड़ियों के काफिले में 2,547 सीआरपीएफ जवान जम्मू के ट्रांजिट शिविर से श्रीनगर की ओर जा रहे थे. अमेरिका ने आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि आतंकवाद को खत्म करने में वह भारत के साथ खड़ा है.
भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत में अमेरिकी दूतावास जम्मू कश्मीर में गुरुवार के आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हम शोक संवेदना जताते हैं.’ रूस ने भी इस आतंकी हमले की निंदा की. उसने एक बयान में कहा कि बिना किसी दोहरे मानदंड के एक निर्णायक और सामूहिक प्रतिक्रिया के साथ ऐसे ‘अमानवीय कृत्यों’ का सामना करने की जरूरत पर जोर दिया.
भारत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंड्रे जिगलर ने कहा, 'फ्रांस जम्मू-कश्मीर में हुए जघन्य हमले की कड़ी निंदा करता है. जर्मनी ने भी इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा वह अपने रणनीतिक सहयोगी भारत के साथ खड़ा है. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया, तुर्की और चेक रिपब्लिक ने भी इस हमले की निंदा की.
भारत के कई पड़ोसी देशों ने इस हमले के बाद भारत के साथ एकजुटता दिखाई है. बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव ने एक साथ मिल कर आतंकवाद के खतरे का सामना करने का संकल्प जताया. उधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी पुलवामा आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और हमले के पीछे के लोगों को कठघरे में खड़ा करने की अपील की. अमेरिका के कई आला सांसदों ने भी इस हमले की निंदा की है और कहा है कि अमेरिका ‘आतंक का सामना करने और उसे हराने’ के लिए भारत के साथ खड़ा है.
देश में भी पार्टी और राजनीति से ऊपर उठकर लोगों ने हमले पर रोष जताया. नेताओं से लेकर क्रिकेटर और बॉलीवुड की हस्तियों ने हमले की कड़ी निंदा की. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ट्विटर पर कहा, "इस कायरतापूर्ण हमले से स्तब्ध हूं, जिसमें सीआरपीएफ जवान शहीद हुए हैं. शोक संतप्त परिवारों के लिए मैं संवेदना व्यक्त करता हूं और घायल जवानों की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
इस घटना की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस नृशंस काम के लिए आतंकियों को एक 'अविस्मरणीय सबक' सिखाया जाएगा. जेटली ने ट्वीट कर कहा, "जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला आतंकवादियों का एक कायरतापूर्ण और निंदनीय कृत्य है. राष्ट्र शहीद जवानों को सलाम करता है और हम सभी शहीदों के परिवारों के साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं. हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं. आतंकवादियों को उनके इस जघन्य कृत्य के लिए अविस्मरणीय सबक सिखाया जाएगा."
घटना पर शोक जताते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार से आतंकवादी हमलों को रोकने की मांग की. उन्होंने कहा, "मैं परिवार में प्रियजनों को खोने का दुख अच्छी तरह समझ सकती हूं. मैं यह कहना चाहती हूं कि न केवल कांग्रेस बल्कि पूरा देश शहीद जवानों के परिवारों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा है." लखनऊ में प्रियंका ने कहा, "लेकिन, हमें कश्मीर में बड़ी संख्या में हताहतों के बारे में भी चिंतित होना चाहिए. हम मांग करते हैं कि इस सरकार को ऐसे ठोस कदम उठाने चाहिए कि इस तरह की आतंकी घटना दोबारा भविष्य में न हो."
हमले को लेकर गुस्से में हूं: सोनिया गांधी
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर ‘बर्बर हमले’ को लेकर गुस्से में हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि इसके लिए जो जिम्मेदार है, उसे न्याय के दायरे में लाया जाएगा और इस भयावह काम के लिए दोषियों को दंडित किया जाएगा.