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हिंसा में 34 छात्र हुए थे घायल
बता दें कि रविवार रात जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कुछ नकाबपोश हमलावर घुसे, जिनके पास डंडे और लोहे की रॉड थी. उन्होंने स्टूडेंट्स और टीचर्स की जमकर पिटाई की और कैंपस में तोड़फोड़ भी की. इसके बाद प्रशासन ने पुलिस को कॉल किया, जिसने कैंपस में फ्लैग मार्च किया. इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष समेत 34 लोग घायल हो गए थे.
प्रोफेसर भड़का रहे थे हिंसाः आइसी घोष
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने हिंसा के लिए आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि पिछले 4-5 दिनों से आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर्स हमारे आंदोलन को तोड़ने के लिए हिंसा भड़का रहे थे. यह एक सुनियोजित हमला था. वहीं, जेएनयू एबीवीपी प्रेसिडेंट दुर्गेश कुमार ने इस हिंसा के पीछे लेफ्ट विंग के स्टूडेंट्स पर आरोप लगाया था.
गृह मंत्रालय को देनी है रिपोर्ट
कैंपस में हिंसा के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की थी. गृहमंत्री अमित शाह ने निर्देश दिए थे कि आईजी लेवल की एक अधिकारी की कमेटी बनाकर जल्द ही गृह मंत्रालय को रिपोर्ट दी जाए. साथ ही दिल्ली के उपराज्यपाल ने भी हिंसा की निंदा करते हुए पुलिस को कानून व्यवस्था कायम करने के निर्देश दिए. दिल्ली की क्राइम ब्रांच टीम मामले की जांच कर रही है.