
एनसीपी प्रमुख शरद पवार की शख्सियत ऐसी है कि वह किसी भी पार्टी के बड़े नेता से मिलते हैं तो चर्चाओं का बाजार गरम हो जाता है. पुणे में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शरद पवार की मुलाकात से राजनीतिक माहौल गरमा गया है.
शुक्रवार को पुणे के एक पांच सितारा होटल में नितिन गडकारी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बीजेपी सरकार और खासकर उनके मंत्रालय द्वारा चार साल में पूरे किए गए काम को साझा किया.
हालांकि इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच नागपुर की ज़मीन पर ब्रॉडगेज मेट्रो बनाने और पुणे से पंढरपुर पालखी मार्ग के रुके हुए विकास के संदर्भ चर्चा होने की बात कही गई. बताया गया कि पुरंदर में बनने वाले हवाई अड्डे का रास्ता सासवड सहित नज़दीकी रेलवे स्टेशन से जोड़ने का मशविरा पवार ने गडकरी को दिया.
दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक चर्चा हुई, जिसमें पुणे के विकास को लेकर बात हुई, लेकिन चर्चा यहां खत्म नहीं होती है. एक दिन पहले ही विधानसभा और लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद शुक्रवार को दोनों पार्टी के बड़े नेताओं का ऐसे गुपचुप मिलना राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाने जैसा है.
20 मिनट की इस मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी कि दोनों नेताओं की मुलाकात का मतलब कहीं आने वाले 2019 के चुनाव को लेकर तो नहीं हैं. मगर यह बात भी कही जा रही कि अगर इन दोनों को गुप्त मुलाकात करना होता तो पुणे में नहीं करते. इस तरह की मुलाकात के लिए दिल्ली बेहतर जगह होती.
भले ही इस मुलाकात का कोई राजनीतिक विषय हो या न हो, पर बीजेपी से नाराज़ चल रही शिवसेना के माथे पर चिंता की लकीरें ज़रूर आई होंगी.