
शहीद परमजीत सिंह के अंतिम संस्कार के करीब 4 घंटे बाद पंजाब के बिजली मंत्री राणा गुरजीत, तरनतारन में शहीद परमजीत सिंह के घर पहुंचे. राणा गुरजीत ने पंजाब सरकार की ओर से शहीद के परिवार को 5 लाख रुपए, शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी और परिवार को एक प्लॉट खरीदने के लिए 7 लाख रुपए देने का ऐलान किया है. मंत्री राणा गुरजीत से जब पूछा गया की शहीद परमजीत सिंह के अंतिम संस्कार में पंजाब सरकार का कोई भी मंत्री शामिल नहीं हुआ तो उन्होंने कहा कि वो जालंधर में राष्ट्रपति के कार्यक्रम में गए थे, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जैसे ही उन्हें शहीद के परिवार से मिलकर सरकार की तरफ से मदद का ऐलान करने और सांत्वना देने के लिए कहा तो वो राष्ट्रपति का कार्यक्रम खत्म करते ही तरनतारन आ गए.
राणा गुरजीत से जब पूछा गया की अगर वो बिजी थे तो क्या सरकार का कोई दूसरा मंत्री शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सकता था, तो उन्होंने कहा की इलाके के 2 लोकल पार्षद की जिम्मेदारी पंजाब सरकार की तरफ से अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लगाई गई थी और दोनों अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे, और अब शाम को जैसे ही उन्हें फुर्सत मिली तो वो खुद परिवार से मिलने आ गए. राणा गुरजीत ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह भी जल्द ही शहीद के परिवार से मुलाकात करने के लिए पहुंचेंगे. राणा गुरजीत ने कहा की जवानों के साथ जो बर्बरता और हैवानियत पाकिस्तान की तरफ से की जा रही है उस पर क्या एक्शन लेना है ये तो केंद्र सरकार को तय करना है. लेकिन केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी बतौर राज्य सरकार वह केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं