
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में जारी किसान आंदोलन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का बेहद असंवेदनशील बयान आया है. किसानों के आंदोलन को लेकर जब उनसे पूछा तो उनका जवाब था यहां योग आंदोलन चल रहा है.
दरअसल बिहार के पूर्वी चंपारण से सांसद राधामोहन सिंह चंपारण सत्याग्रह के 100वें साल के अवसर पर मोतिहारी में आयोजित योग शिविर का उद्घाटन करने आए थे. इस दौरान योगगुरु बाबा रामदेव भी मौजूद थे. यहां दोनों ने योगाभ्यास भी किया. हालांकि इस दौरान पत्रकारों ने बातचीत में जब कृषिमंत्री राधामोहन सिंह से किसानों को लेकर सवाल किया तो उन्होंने एक तरह से इसे टालते हुए कहा कि यहां बस योग आंदोलन चल रहा है. यहां गौर करने वाली बात है कि दोनों राज्य में आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों को लेकर कृषिमंत्री की तरफ से अब तक कोई बयान नहीं आया है.
हालांकि इस दौरान बाबा रामदेव किसानों से प्रति ज्यादा संवेदनशील दिखे. बाबा रामदेव ने कहा कि मौजूदा वक्त के मुकाबले अंग्रेजों के दौर में किसानों की हालत ज्यादा बेहतर थी. उन्होंने कहा, मोदी सरकार ने किसानों के लिए बहुत नीतिया बनाई है उसे उतारने का समय है. किसानों को उनकी फसल पर लाभ मिलना चाहिए.
बता दें कि राधा मोहन सिंह ने 'स्वच्छता पखवाड़ा' कार्यक्रम के 'सफल समापन' को लेकर बुधवार को कैबिनेट ब्रीफिंग और प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी थी, हालांकि इसे 'अपरिहार्य कारणों' से टाल दिया गया. तब माना यह जा रहा था कि किसान आंदोलन को देखते हुए उन्होंने ये कार्यक्रम रद्द किए हैं. हालांकि उन्होंने दिन भर कई कार्यक्रमों में शामिल हुए और ट्विटर पर इसकी जानकारी देते रहे, लेकिन किसानों की मांगों और मंदसौर में पुलिस गोलीबारी में किसानों की मौत पर कोई बयान नहीं दिया.