
राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर उठे सियासी घमासान के बीच रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार रात फ्रांस रवाना हो रही हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि रक्षा मंत्री की फ्रांस यात्रा राफेल विमान सौदे में प्रधानमंत्री की भूमिका को न्यायसंगत बनाने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है.
फ्रांस से राफेल विमान सौदे को लेकर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा राफेल खरीद प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी मांगने वाली खबर को साझा करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, "सुप्रीम कोर्ट ने राफेल के निर्णय लेने की प्रक्रिया के बारे में पूछा है. यह वास्तव में बहुत सरल है. पीएम ने तय किया. पीएम ने फैसला किया. उनके फैसले को न्यायसंगत बनाने की प्रक्रिया का आविष्कार अभी होना है. लेकिन काम शुरू हो गया है. इस संबंध में, रक्षा मंत्री आज रात फ्रांस के लिए जा रहीं है."
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में 10 अप्रैल, 2015 को तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के साथ बातचीत के बाद 36 राफेल जेट विमानों की खरीद की घोषणा की थी. 23 सितंबर, 2016 को अंतिम रूप से यह सौदा पक्का हुआ था.
कांग्रेस इस सौदे में बड़ी अनियमितता का आरोप लगा रही है और कह रही है कि सरकार 1670 करोड़ रुपये प्रति राफेल की दर से यह विमान खरीद रही है, जबकि यूपीए सरकार के दौरान इसका दाम 526 करोड़ रुपये तय किया गया था. इसके साथ ही पार्टी का आरोप है कि पीएम मोदी ने अपने करीबी उद्योगपति अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ यूपीए सरकार के दौरान हुए सौदे को रद्द कराया.
कांग्रेस के आरोप को उस समय और बल मिला जब तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा कि दसो के साथ ऑफसेट डील के लिए अनिल अंबानी का नाम भारत की तरफ से आया था.
इस बीच समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के अनुसार खबर है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अपने दौरे पर फ्रांस के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा के अलावा सीतारमण भारतीय वायुसेना को फ्रांस की कंपनी दसो के द्वारा 36 राफेल जेट विमानों की आपूर्ति की प्रगति की समीक्षा करेंगी. इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वायु सेना की जरूरत को देखते हुए राफेल विमानों की जल्द आपूर्ति के बारे में रक्षा मंत्री कोई बात करेंगी?