Advertisement

राहुल गांधी का हमला- कर्नाटक में बिना बहुमत वाली सरकार, ये संविधान की हत्या

उन्होंने कहा कि देश की सभी संस्थाओं को डराया जा रहा है. जज तक डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस डर का फायदा उठा रहे हैं.

राहुल गांधी राहुल गांधी
दिनेश अग्रहरि
  • ,
  • 17 मई 2018,
  • अपडेटेड 1:53 PM IST

राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में बिना बहुमत वाली सरकार बनी है, ये संविधान की हत्या है. राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में संविधान पर जोरदार हमला हुआ है. हमें एकजुट होकर मुकाबला करना होगा.

छत्तीसगढ़ में जनस्वराज सम्मेलन को संबोधि‍त करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश की सभी संस्थाओं को डराया जा रहा है. जज तक डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस डर का फायदा उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'एक तरफ हत्या का एक आरोपी देश की राष्ट्रीय पार्टी का प्रमुख है, तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के चार जज यह कह रहे हैं कि वे काम नहीं कर पा रहे. प्रेस डर के मारे काम नहीं कर पा रहा.'

Advertisement

उन्होंने कहा, 'आम तौर से जनता न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट जाती है, 70 साल में पहली बार आपने देखा होगा कि सुप्रीम कोर्ट के जज जनता के पास आकर कह रहे हैं कि हमें दबाया जा रहा है, हम अपना काम नहीं कर पा रहे हैं.'

उन्होंने कहा कि इस तरह की चीज एक लोकतांत्रिक देश में पहली बार हुई है. यह सिर्फ तानाशाही देशों में होता रहा है. यह केवल पाकिस्तान और अफ्रीका जैसे देशों में होता रहा है. जनरल आ जाता है और प्रेस को, कोर्ट को दबा देता है. मगर हिंदुस्तान में 70 साल में पहली बार हुआ है. 

छत्तीसगढ़ में जनस्वराज सम्मेलन को संबोधि‍त करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'किसान सरकार से कर्ज माफ करने की बात करता है, लेकिन अरुण जेटली कहते हैं कि यह हमारी सरकार की पॉ‍लिसी नहीं है. देश में करोड़ों किसान हैं, करोड़ों लोग कर्ज माफी मांग करते हैं, लेकिन अरुण जेटली कहते हैं यह हमारी पॉलिसी नहीं है, एक साल के अंदर ढाई लाख करोड़ रुपये 15 सबसे अमीर लोगों का माफ हो जाता है. उसके बारे में अरुण जेटली एक शब्द नहीं कहते, ये तो उनकी पॉलिसी ही है.'

Advertisement

राहुल गांधी ने कहा, 'देश की कोई भी संस्था देख लीजिए-एमपी, एमएलए, सुप्रीम कोर्ट, योजना आयोग, सभी इंस्टीट्यूट में आरएसएस के लोग भरे जा रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने इतने साल तक हिंदुस्तान को चलाया. आप हमारा रिकॉर्ड देखिए. हिंदुस्तान के इंस्टीट्यूशन को हम अपने लोगों से कभी नहीं भरते थे. ये इंस्टीट्यूशन क्या हैं, प्लानिंग कमीशन क्या है, पंचायती राज क्या है, जज क्या हैं, हमारे प्रेस के लोग कभी-कभी हमारे बारे में गलत, झूठ भी लिख देते हैं, लेकिन इन सबको मिलाकर इस देश की आवाज बनती है.'  

उन्होंने कहा, 'अमेरिका का राष्ट्रपति कहता है कि हमारा कॉम्पिटिशन हिंदुस्तान और चीन के साथ है, तो वह इसीलिए कहता है कि उसको हिंदुस्तान की आवाज सुनाई देती है, इस देश में अलग- अलग पहचान और अलग-अलग विचार हैं. आज पूरी दुनिया इस देश की आवाज को सुन रही है. लेकिन आरएसएस और बीजेपी नहीं चाहते कि इस देश की आवाज सुनी जाए.' 

उन्होंने कहा, 'आरएसएस और भाजपा नहीं चाहते कि इस देश की गरीब जनता की आवाज़ सुनी जाए. भाजपा और आरएसएस के हिसाब से महिलाओं का काम खाना बनाना है और कुछ नहीं, इनके लिए दलितों का काम सिर्फ सफाई करने का है, पढ़ने का नहीं.'

उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस का यही लक्ष्य है कि महिलाओं, गरीबों, किसानों की आवाज़ को दबाओ और हिंदुस्तान का धन चंद चुने हुए लोगों को दे दो.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement