
2004 में राजनीति में आने के बाद से 2014 तक सत्ता में रहते राहुल गांधी कभी अपने जन्मदिन 19 जून को भारत में नहीं रहे, हमेशा वो विदेश चले जाते थे. जगदीश शर्मा और रमेश दत्ता सरीखे पुराने कार्यकर्ता राहुल की फोटो के साथ ढोल-नंगाड़े, पटाखे और केक के साथ कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जन्मदिन मनाकर चले जाते थे. यहां तक कि, पिछले साल 2015 में 19 जून को कांग्रेस मुख्यालय आकर राहुल कांग्रेसियों से सुबह मिले और दोपहर बाद ही विदेश रवाना हो गए.
इस बार बदला-बदला दिखा नजारा
सुबह 10 से 11 के बीच कांग्रेस के नेताओं से मिले राहुल, घर के बाहर हवन भी हुआ लेकिन इस बार नजारा सियासी जन्मदिन का था. केन्द्र की सत्ता जाने के बाद राज्य दर राज्य चुनाव हारती कांग्रेस के भावी अध्यक्ष बदले-बदले से थे. घर के बाहर कोने में एक कार्यकर्ता हवन कर रहा था, उसका एक अपना खास पोस्टर था, जो राहुल को अपना भगवान बता रहा रहा था. अंग्रेजी में लिखा था- राहुल इज अवर गॉड (god), तो हिन्दी में लिखा था- तुझमें रब दिखता है.
राहुल को अध्यक्ष के रूप में देखने को बेताब कार्यकर्ता
दरअसल, ये सब यूं ही नहीं था, कांग्रेस के नेता 12 तुगलक लेन, राहुल के निवास पर तय वक्त यानी ठीक 10 बजे पहुंच गए. सभी को शायद ये एहसास हो चला है कि, आगे कांग्रेस में काम करना है, तो राहुल ही सब कुछ होंगे, सोनिया गांधी नहीं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश टाइटलर ने तो साफ कहा कि, तकनीकी तौर पर राहुल ही अब कांग्रेस के सारे फैसले कर रहे हैं. उनको अध्यक्ष भी बना दिया जाए, जिससे चीजें और सामान्य हो जाएंगी. वहीं, पुराने दिग्गज ऑस्कर फर्नांडीज ने तो ये कह दिया कि, नेता और कार्यकर्ता तैयार हैं, अध्यक्ष कब बनना है, ये फैसला राहुल को करना है.
जनरल की भूमिका में आएं राहुल
कभी संजय गांधी के साथ इमरजेंसी के बाद संघर्ष कर कांग्रेस को 1980 में सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभाने वाले सांसद संजय सिंह ने कहा कि, 'ये उस दौर जैसा ही वक्त है और सियासी वॉर में राहुल को जनरल के भूमिका में आना होगा, हम सब तैयार हैं.' राहुल के घर सोनिया के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल, जनार्दन द्विवेदी, पी चिदम्बरम, भूपिन्दर हुड्डा, मोहन प्रकाश, सीपी जोशी सरीखे तमाम नेता की मौजूदगी काफी कुछ बयां कर रही थी. सब को एहसास था कि, अब कांग्रेस यहीं से चल रही है.
सूत्रों के मुताबिक, राहुल के दफ्तर से कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए निर्देश जारी किए गए थेः
1. जन्मदिन पर सादगी का ख्याल रखा जाए, शोर-शराबा ना हो.
2. नेता घर पर मिलें और कांग्रेस मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से वो खुद जाकर मुलाकात करेंगे.
3. फूल वगैरह के अलावा कोई गिफ्ट बिल्कुल न लाएं.
4. जन्मदिन पर राहुल मीडिया को कोई बयान नहीं देंगे. वो नहीं चाहते कि, जन्मदिन के बहाने उन पर राजनीति चमकाने का आरोप लगे.
प्रियंका को भाई की मदद के लिए उतारने की मांग
इसके बाद करीब 11.30 बजे राहुल कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और एक हाल में गए, जहां लाइन लगाकर सुबह से फूल माला लेकर आए कार्यकर्ताओं से एक-एक करके मुलाकात की. ये सिलसिला करीब 2 घंटे चला. यहां भी राहुल से मिलकर आए कार्यकर्ताओं ने राहुल को अध्यक्ष बनाने की वकालत की. दरअसल, नेताओं के साथ ही कार्यकर्ताओं को समझ आ गया है कि, राहुल ही पार्टी की कमान संभालेंगे, इसलिए वो भी राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग से साथ ही प्रियंका को उनके सहयोग के लिए राजनीति में आने की वकालत करते हैं.
पूरे यूपी में प्रचार करें प्रियंका
शायद ये वो बात है, जिससे वो अपने दिल को तसल्ली देते हैं और पार्टी के अनुशासन के डंडे से भी बचे रहना चाहते हैं. राहुल गांधी के करीबी और कांग्रेस सचिव सूरज हेगड़े ने आज तक से कहा, 'जी हां ये वक्त है कि, राहुल जी कमान संभालें और प्रियंका की राजनीति में आकर उनका सहयोग करें.' वहीं राहुल के करीबी पूर्व सांसद जितिन प्रसाद ने कहा कि, 'हमारी मांग है कि, राहुल गांधी अध्यक्ष बनें और प्रियंका गांधी 2017 में पूरे यूपी में प्रचार करें.'
ट्विटर पर भी रही राहुल के जन्मदिन की धूम
कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ ही तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को ट्विटर पर जन्मदिन की बधाई दी. बधाई देने वालों में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर आरजेडी प्रमुख लालू यादव और बीजेपी प्रवक्ता शहनवाज हुसैन भी शामिल थे. अमूमन राहुल गांधी का ट्विटर हैंडल officeofrg सिर्फ अपनी बात कहता है, लोगों को जवाब यदा कदा ही दिया जाता है लेकिन इस बार सभी जन्मदिन की बधाई देने वालों को जवाब में धन्यवाद भी लिखा गया.
राहुल के जाने के बाद दबी जुबां से होती रही उनके विदेश जाने की चर्चा
सुबह 10 बजे से लंच टाइम तक चला राहुल का बर्थ डे कार्यक्रम खत्म होने के बाद दबी जुबां से इस बात की चर्चा रही कि, वो दिल्ली में रहेंगे या विदेश छुट्टी पर जाएंगे. राहुल के करीबी सूत्रों के मुताबिक, अभी कुछ तय नहीं है, अगर वो जाएंगे तो छिपाकर नहीं, बाकायदा ट्वीट करके जानकारी देंगे. वैसे सूत्रों का कहना है कि, सोनिया गांधी को चेक अप के लिए विदेश जाना है और संभव है कि, राहुल अपनी मां के साथ जाएं. लेकिन अभी तय नहीं है, राहुल गांधी के ऑफिस के ट्विटर हैंडल पर नजर रखिए.