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राफेल पर कांग्रेस की सियासी बमबारी की तैयारी, 7 सितंबर से देशभर में प्रदर्शन

कांग्रेस राफेल डील को लेकर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार घेर रही है. कांग्रेस का दावा है कि यूपीए सरकार ने जिस विमान की डील की थी, उसी विमान को मोदी सरकार तीन गुना ज्यादा कीमत में खरीद रही है. पार्टी अब इसे जनता के बीच ले जाने की तैयारी में है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो- Getty Images) प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो- Getty Images)
सना जैदी/खुशदीप सहगल/सुप्रिया भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 05 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:20 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर की तीर्थयात्रा पर हैं, वहीं उनकी पार्टी इसी साल होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2019 लोकसभा चुनाव का ब्लूप्रिंट तैयार करने में लगी है.

पार्टी से जुड़े आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की कोशिश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ हमलों को और धार देने की है. कांग्रेस राफेल को ‘मुद्दा नंबर 1’ बनाकर सत्ता पक्ष पर ‘सियासी बमबारी’ करना चाहती है.

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जिला स्तर पर प्रदर्शन 7 से

देश भर में प्रेस कॉन्फ्रेंसों के आयोजन के बाद कांग्रेस विरोध की लड़ाई को अब सड़कों पर लाना चाहती है. कांग्रेस 7 से 15 सितंबर तक जिला स्तर पर प्रदर्शन करेगी. इसके बाद 16 से 30 सितंबर तक राज्य स्तर पर ‘धरना प्रदर्शन’ किए जाएंगे.

कांग्रेस के महासचिव और राज्य प्रभारी 6 सितंबर को दिल्ली में बैठक करेंगे. इस बैठक में पार्टी के ‘मिशन 2019’ की प्रगति की समीक्षा की जाएगी. साथ ही आगे की रणनीति पर भी विचार होगा.

पार्टी को फंड की कमी है, ऐसे में कांग्रेस के नवनियुक्त कोषाध्यक्ष अहमद पटेल पार्टी के राज्यों के कोषाध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे. कांग्रेस मेनिफेस्टो कमेटी की पहले बैठक हो चुकी है. कमेटी ने उन मुद्दों को छांटा है, जिन्हें उठाया जा सकता है और 2019 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी मेनिफेस्टो में शामिल किया जा सकता है. कांग्रेस की पब्लिसिटी कमेटी की गुरुवार को बैठक होगी. इस बैठक में विचार किया जाएगा कि देशभर के लिए किस थीम को आधार बनाया जाए.  

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सूत्रों के मुताबिक 2014 की तर्ज पर ही 2019 चुनाव के लिए मेनिफेस्टो तैयार करने की जिम्मेदारी पार्टी मेनिफेस्टो कमेटी के पास रहेगी.

मेनिफेस्टो कमेटी देशभर में विभिन्न समूहों के साथ विचार-विमर्श करेगी. बेरोजगारी के संकट पर फोकस रखने के साथ किसानों की समस्या, राफेल डील, भ्रष्टाचार के मुद्दों पर जहां मोदी सरकार को घेरा जाएगा. वहीं सकारात्मक एजेंडे को भी आगे बढ़ाया जाएगा. इसके लिए खासतौर पर हेल्थ सेक्टर पर जोर दिया जाएगा.   

इस बीच, महिला कांग्रेस की ओर से महिलाओं की आजीविका, उनकी सुरक्षा और न्यायिक तंत्र तक पहुंच जैसे मुद्दों को आधार बना कर अभियान छेड़ने की तैयारी है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर की यात्रा से लौटने के बाद वह 17 सितंबर को भोपाल से मध्य प्रदेश के लिए कांग्रेस के प्रचार की शुरुआत करेंगे.

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