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चुनाव में हार के बाद भी राफेल पर नहीं बदला राहुल गांधी का रुख

जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण खत्म हुआ तो संसद भवन के बाहर राहुल गांधी से राफेल को लेकर सवाल पूछा गया , जिसके जवाब राहुल गांधी ने कहा कि मेरा स्टैंड अभी भी वही है, राफेल विमान सौदे में चोरी हुई है.

Congress President Rahul Gandhi (File Photo: ANI) Congress President Rahul Gandhi (File Photo: ANI)
कुमार विक्रांत
  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2019,
  • अपडेटेड 1:40 PM IST

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद भी पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे में कथित घोटाले को लेकर अपने रुख में बदलाव नहीं किया है. गुरुवार को जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण खत्म हुआ तो संसद भवन के बाहर उनसे सवाल पूछा गया. राहुल गांधी ने राफेल के मुद्दे पर कहा कि मेरा स्टैंड अभी भी वही है, राफेल विमान सौदे में चोरी हुई है.

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हालांकि, जब यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से जब ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से मना कर दिया. बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने अभिभाषण में राफेल विमान का जिक्र किया था. राष्ट्रपति ने कहा कि इसी साल भारत को उसका पहला राफेल लड़ाकू विमान मिल जाएगा, जिससे देश की सेना की ताकत बढ़ेगी.

गौरतलब है कि राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी ने 2019 का लोकसभा चुनाव राफेल मामले पर ही लड़ा था. राहुल ने इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था और उनपर ही चोरी करने का आरोप लगाया था. राहुल गांधी ने ‘चौकीदार चोर है’ का नारा पूरे चुनाव प्रचार में लगाया. हालांकि, कांग्रेस को इस कैंपेन का चुनाव में कोई फायदा नहीं हुआ.

राहुल के ‘चौकीदार चोर है’ के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मैं भी चौकीदार’ कैंपेन लॉन्च किया. जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, इसके अलावा जमीनी स्तर पर भी उतारा गया. प्रचार के दौरान जब राहुल गांधी राफेल मुद्दा जोरशोर से उठा रहे थे, तब उनका दावा था कि इसी मुद्दे की वजह से नरेंद्र मोदी चुनाव हार रहे हैं.

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हालांकि, जब नतीजे सामने आए तो कांग्रेस सिर्फ 52 सीटों पर सिमट गई और 2014 के मुकाबले उसकी मात्र 8 सीटें ही बढ़ पाईं.

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चोरी करने का आरोप लगाया था. उनका कहना था कि प्रधानमंत्री ने अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया है. हालांकि, सरकार की ओर से लगातार इन दावों को झूठा बताया गया. ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा, जहां पहली बार में अदालत ने राफेल विमान सौदे की प्रक्रिया को सही बताया था. हालांकि, बाद में इस पर दोबारा याचिका दायर की गई थी.

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