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राहुल का सरकार पर निशाना- राम प्रेम हैं, कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं. वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं. राम प्रेम हैं, वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते.

राहुल गांधी की फाइल फोटो राहुल गांधी की फाइल फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 4:43 PM IST

  • 'राम करुणा हैं, वे क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते'
  • 'राम न्याय हैं, वे अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते'

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को अयोध्या में भूमि पूजन के बाद एक ट्वीट करते हुए इशारे में केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा कि राम प्रेम हैं, वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते. राम करुणा हैं, वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, 'मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं. वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं. राम प्रेम हैं, वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते. राम करुणा हैं, वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते. राम न्याय हैं, वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते.'

अयोध्या में भूमि पूजन के वक्त राहुल गांधी का यह ट्वीट सामने आया है. बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएएसएस) प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल सहित लगभग 170 आगंतुक इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.

हाल के दिनों में कांग्रेस ने भगवान राम के प्रति अपना लगाव खुलकर जाहिर किया है. पहले ऐसा नहीं था क्योंकि भगवान राम और अयोध्या को अक्सर भारतीय जनता पार्टी के साथ जोड़ कर देखा जाता रहा है. कांग्रेस के पुराने स्टैंड में अब पूरी तरह से बदलाव दिख रहा है. हाल ही में प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट में कहा था कि भगवान राम सबमें हैं.

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ये भी पढ़ें: प्रियंका गांधी के 'राम सबके हैं' पर बोले CM योगी- ये सद्बुद्धि पहले क्यों नहीं आई

प्रियंका गांधी ने कहा था कि राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं. सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु. राम नाम का सार है. प्रियंका ने कहा है कि रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने.

प्रियंका गांधी का यह बयान इस लिहाज से अहम माना गया कि पहली बार गांधी-नेहरू परिवार के किसी सदस्य ने इस तरह का बयान दिया है और राम मंदिर से जुड़े किसी कार्यक्रम का समर्थन किया है. प्रियंका गांधी यूपी में लगातार सक्रिय हैं और उनके इस बयान को कांग्रेस की रणनीति में बड़ा बदलाव माना जा रहा है.

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