
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी 10 सितंबर से दो हफ्ते के अमेरिका दौरे पर जा रहे है. यहां वह अंतरराष्ट्रीय एवं तकनीकी मामलों पर अमेरिका में वैश्विक चिंतकों, राजनीतिक नेताओं और वहां रह रहे प्रवासी भारतीयों के साथ वार्ता करेंगे.
आयोजकों के मुताबिक, राहुल गांधी अमेरिका के विभिन्न राज्यों का दौरा करेंगे. अपनी यात्रा के दैरान राहुल गांधी बार्कले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में सोमवार को समकालीन भारत और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की आगे की राह पर व्याख्यान देंगे. इससे पहले भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1949 में बार्कले में भाषण दिया था.
वैश्विक विचारकों से मुलाकात
राहुल गांधी की यात्रा की तैयारियों में शामिल प्रसिद्ध टेक्नोक्रैट सैम पित्रोदा ने कहा, ‘इस यात्रा के दो मकसद हैं. पहला मकसद दिलचस्प व वैश्विक विचारकों से मुलाकात करके अर्थव्यवस्था, तकनीक, अवसरों पर विश्व में हो रहे घटनाक्रमों पर बातचीत करना. साथ ही वैश्विक परिदृश्य पर विशेषज्ञों के विभिन्न विचारों को सुनना है.’
पित्रोदा ने भारत के दूरसंचार क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी के साथ करीब एक दशक तक काम किया था. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों से मुलाकात करेंगे.
कॉरपोरेट विश्व के साथ करेंगे वार्ता
इसके बाद राहुल गांधी अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी भी जाएंगे. यहां वह ‘सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस’ के एक समारोह में थिंक टैंक समुदाय के सदस्यों को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के एक अन्य कार्यक्रम में कॉरपोरेट विश्व के साथ वार्ता करेंगे.
रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सदस्यों से बैठक
पित्रोदा ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा का दूसरा मकसद सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सदस्यों से बैठक करना है. ‘इनमें से अधिकतर बैठकें छोटी और निजी होंगी.’ उन्होंने कहा, ‘वह समझना चाहते हैं कि वैश्विक स्तर पर क्या हो रहा है और स्थिति का वैश्विक नजरिया क्या है.’ बता दें कि राहुल गांधी ने कई बार अमेरिका की यात्रा की है लेकिन उनके राजनीतिक करियर में संभवत: यह पहली बार है जब वह जनसभा करेंगे, राजनीतिक नेताओं से मुलाकात करेंगे और देश में भाषण देंगे.
बाहर जाकर विचार व्यक्त करने की आवश्यकता
पित्रोदा ने कहा, ‘आप जानते हैं कि उन्हें बाहर जाकर अपने विचार व्यक्त करने की आवश्यकता है. वह अपनी यात्राओं के बारे में शायद सार्वजनिक रूप से बात नहीं करते, लेकिन मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि वह इस बार बड़ी संख्या में लोगों और विदेश में रह रहे कांग्रेस के सदस्यों से मुलाकात करें.’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सिलिकॉन वैली के लोगों से मिलेंगे जहां तकनीक, प्रतिभा और भारतीय ‘दिमागी शक्ति’ केंद्रित है. राहुल गांधी प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में भी सभा को संबोधित करेंगे.