Advertisement

इस बार लंबी छुट्टी लेकर विदेश नहीं जाएंगे राहुल, यहीं मनाएंगे न्यू ईयर

सोनिया गांधी इस वक्त गोवा में हैं, उनको अस्थमा की पुरानी परेशानी है, जो इस मौसम में उनको तंग करती है. दिल्ली में बढ़ती ठंड, धुंआ और कोहरा उनके लिए परेशानी का सबब बनता है. पहले भी नए साल के दौरान सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती हो चुकी हैं.

राहुल गांधी राहुल गांधी
कुमार विक्रांत
  • नई दिल्ली,
  • 28 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:59 AM IST

2004 में राजनीति में उतरने के बाद राहुल की सियासत में भूमिका सीमित रही. सरकार और संगठन की कमान सोनिया गांधी के हाथों में थी. वह दौर था जब राहुल कांग्रेस के युवराज की भूमिका में थे. साल खत्म होते-होते 20 दिसंबर के आसपास राहुल गांधी 15 से 20 दिनों के लिए विदेश चले जाया करते थे. तब सवाल कम उठते थे, क्योंकि राहुल पर जिम्मेदारी से सीमित थी. लेकिन 2014 की करारी हार के बाद राहुल गांधी तकरीबन 2 महीने के लिए छुट्टी पर चले गए तो तमाम बातें सामने आईं. विपक्ष ने पार्ट-टाइम पॉलिटिशियन का खिताब दिया, तो सुगबुगाहट रही है आखिर राहुल गांधी कहां गए थे. बाद में जानकारी मिली कि कुछ दिन विपश्यना करने गए थे और बाद में यूरोप घूमने.

Advertisement

लेकिन अब राहुल कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष बन हैं. तकनीकी तौर पर अध्यक्ष की कुर्सी संभालना भर बाकी है, वरना सोनिया कांग्रेस को राहुल के हवाले कर चुकी हैं. नोटबंदी के मुद्दे पर राहुल लगातार सक्रिय हैं, देशभर का दौरा कर रहे हैं. मोदी पर रोजाना आरोप मढ़ रहे हैं, जवाब मांग रहे हैं. ऐसे में नए साल पर छुट्टी पर जाना राहुल के लिए दुश्वारी भरा कदम था. अमूमन वो विदेशों में 15-20 दिनों के लिए छुट्टी मनाया करते थे.

अब राहुल बनना चाहते हैं फुल टाइम राजनेता की इमेज
लेकिन शायद राहुल को सियासत की गंभीरता समझ में आने लगी है. इसीलिए इस बार राहुल लगातार सक्रिय है. हर मौके पर वह कांग्रेस अध्यक्ष वाली भूमिका निभा रहे हैं और तेवर भी विपक्षी नेता के दिखा रहे हैं. इसीलिए इस बार जब राहुल गांधी आज या कल में छुट्टी पर जाएंगे तो वो 2-4 दिन की ही बात होगी और वो भी ट्वीट करके देश की जनता को बताएंगे. यह भी बताएंगे कि वह अपनी मां के पास जा रहे हैं.

Advertisement

हेल्थ के कारण से सोनिया गोवा में, वहीं जा रहे राहुल
गौरतलब है कि सोनिया गांधी इस वक्त गोवा में हैं, उनको अस्थमा की पुरानी परेशानी है, जो इस मौसम में उनको तंग करती है. दिल्ली में बढ़ती ठंड, धुंआ और कोहरा उनके लिए परेशानी का सबब बनता है. पहले भी नए साल के दौरान सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती हो चुकी हैं. इसीलिए वातावरण के मद्देनजर सोनिया पहले ही गोवा जा चुकी है. मां बीमार है, तो बेटा भी मां के साथ नए साल पर गोवा जाने को तैयार हैं. वैसे भी शायद सियासत ये भी है कि गोवा में चुनाव भी है और विधानसभा चुनाव में बीजेपी से लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के सामने आम आदमी पार्टी एक बड़ी चुनौती है तो शायद गांधी परिवार इस वक्त में सियासी लाभ भी लेने के मूड में है.

राहुल की अब विदेशी सोच के बजाय देशी सोच
लेकिन यह तो तय है कि राहुल को हिंदुस्तान की सियासत की जमीनी हकीकत का एहसास होने लगा है. वह डरते हैं कि मैं तो सामान्य तौर पर नए साल के मौके पर छुट्टी लेकर बाहर कहीं जाऊंगा तो विरोधियों के द्वारा जश्न में शामिल होने वाला कहलाऊंगा. जबकि कुछ दिन के लिए छुट्टी पर जाना कोई गुनाह नहीं, लेकिन हिंदुस्तान में सियासत के हिसाब से लंबी छुट्टी पर जाने का खामियाजा राहुल भुगत चुके हैं, इसीलिए राहुल महज तीन-चार दिन गोवा में मां के साथ रहकर 3 तारीख को दिल्ली लौट आएंगे.

Advertisement

देशभर में कांग्रेस के प्रदर्शन के वक्त सक्रिय दिखेंगे राहुल
उसके बाद 6 और 9 तारीख को देशभर में विरोध प्रदर्शन होगा. पूरी कांग्रेस जुटेगी. 9 को उम्मीद है कि राहुल गांधी वर्धा में महात्मा गांधी के इलाके में विरोध प्रदर्शन करते नजर आएंगे. नो बंदी पर हालांकि अंतिम कार्यक्रम अभी तय होना बाकी है.

कुल मिलाकर 2004 से सियासत में राहुल गांधी को शायद 12 साल बाद एहसास हुआ है कि हिंदुस्तान की सियासत की दिशा, दशा और तरीका क्या है? आपकी छवि पार्ट टाइम नेता की रही है. इसीलिए अब राहुल लंबी छुट्टियों में विदेश नहीं जाना चाहते. अपनी छवि का ख्याल रखना चाहते हैं. 2-4 दिन की छुट्टी पर जाने से लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो, तमाम तरह की बातें हों, उससे पहले खुद राहुल अब ट्वीट कर जानकारी देने को तैयार हैं और कांग्रेस जब देशभर मे नोटबंदी खिलाफ आंदोलन करे, उससे पहले काम करते हुए नजर आना चाहते हैं. काश सत्ता में रहते राहुल इन बातों को समझ पाते तो 131 साल पुरानी पार्टी 2014 के चुनाव में 44 पर ना सिमट जाती.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement