
राहुल गांधी के आंख मारने से एक बार फिर बवाल मच गया है. लोकसभा के बाद इस बार राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में आंख मारी है. इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं और एक दूसरे पर जमकर हमला किया है.
मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में राहुल गांधी का आंख मारना एक बड़ा मुद्दा बन गया है. बीजेपी ने आंख मारने पर आपत्ति जताई और राहुल के आंख मारने का कनेक्शन इटली से जोड़ दिया.
शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है, 'आंख मारना मतलब किसी को छेड़ना है. राहुल गांधी राट्रीय पार्टी के अध्यक्ष हैं. सारंग ने कहा कि हो सकता है ये सब इटली में चल जाए, उनके ननिहाल में. लेकिन उनके माता जी के ससुराल (इंडिया) में इस तरह की बातें नहीं चलेगी'.
वहीं शिवराज के एक और मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि राहुल गांधी को आंखों की जांच करानी चाहिए कि कहीं आंख ज्यादा झपकने तो नहीं लगी है.
वहीं कांग्रेस ने राहुल गांधी का बचाव किया है. आंख मारने के सवाल पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि आंख मारना एक मजाक है. वहीं शोभा ओझा ने कहा कि राहुल गांधी को बीजेपी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं. अगर राहुल खुशी खुशी कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं तो उनको क्यों तकलीफ हो रही है. बीजेपी कौन होती हैं सर्टिफिकेट देने वाली.
कमलनाथ ने सवाल पूछने पर पत्रकारों से कहा, 'मज़ाक में ये सब किया जाता है. आप भी आंख मारते हैं मज़ाक में, ये भी मारते हैं'.